मृणाल पाण्डे
मृणाल पाण्डे (जन्म: 26 फरवरी 1946) भारत की एक पत्रकार, लेखक एवं भारतीय टेलीविजन की जानी-मानी हस्ती हैं। अगस्त २००९ तक वे हिन्दी दैनिक "हिन्दुस्तान" की सम्पादिका थीं। हिन्दुस्तान भारत में सबसे ज्यादा पढे जाने वाले अखबारों में से एक हैं। वे हिन्दुस्तान टाइम्स के हिन्दी प्रकाशन समूह की सदस्या भी हैं। इसके अलावा वो लोकसभा चैनल के साप्ताहिक साक्षात्कार कार्यक्रम (बातों बातों में) का संचालन भी करती हैं।
मृणाल पाण्डे | |
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जन्म | 26 फ़रवरी 1946 टीकमगढ, मध्यप्रदेश, भारत |
पेशा | पत्रकार, लेखक, सम्पादिका |
सक्रिय वर्ष | 1967- |
जीवनी
संपादित करेंमृणाल पाडे का जन्म मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में 26 फरवरी 1946 को हुआ। इनकी मां जानी-मानी उपन्यासकार एवं लेखिका शिवानी थीं।
इन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा नैनीताल में पूरी की। उसके बाद इन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम. ए. किया। इन्होंने अंग्रेजी एवं संस्कृत साहित्य, प्राचीन भारतीय इतिहास, पुरातत्व, शास्त्रीय संगीत तथा ललित कला की शिक्षा कारकारन (वाशिंगटन डी. सी.) से पूरी की।
21 वर्ष की उम्र में उनकी पहली कहानी हिन्दी साप्ताहिक ‘धर्मयुग’ में छपी। तब से वो लगातार लेखन कर रही हैं। समाज सेवा में उनकी गहरी रूचि रही है। वो कुछ वर्षों तक ‘सेल्फ इम्प्लायड वूमेन कमीशन ’ की सदस्या रही हैं। अप्रैल 2008 में इन्हें पीटीआई (PTI) की बोर्ड सदस्य बनाया गया।
प्रमुख रचनायें
संपादित करेंकहानियाँ
संपादित करें- यानी कि एक बात थी
- बचुली चौकीदारिन की कढ़ी
- दरम्यान (1977)
- शब्द बेधी (1980)
- एक नीच ट्रैजेडी (1981)
- एक स्त्री का विदागीत (1983)
- चार दिन की जवानी तेरी
उपन्यास
संपादित करें- विरुद्ध
- अपनी गवाही
- हमका दियो परदेस
- रास्तों पर भटकते हुए
- पटरंगपुर पुराण
- देवी
- सहेला रे (06अक्टूबर2018 को प्रकाशित)
आलोचना
संपादित करें- ओ उब्बीरी
- बंद गलियों के विरुद्ध
- स्त्री : लम्बा सफर
- स्त्री : देह की राजनीति से देह की राजनीति तक
- ध्वनियों के आलोक में स्त्री
आलेख
संपादित करें- जहाँ औरतें गढ़ी जाती है