मोन लोग
मोन दक्षिणपूर्वी एशिया में बसने वाला एक समुदाय है जो मुख्य रूप से बर्मा के मोन राज्य, बगो मण्डल और इरावती नदी के नदीमुख क्षेत्र में और थाईलैण्ड के बर्मा के साथ लगी सीमा के दक्षिणी भाग में रहता है। मोन लोग दक्षिणपूर्वी एशिया में बसने वाली सबसे प्राचीन जातियों में से थे और इस क्षेत्र में थेरवाद बौद्ध धर्म के विस्तार में इनकी बड़ी भूमिका रही है। थाईलैण्ड-बर्मा क्षेत्र में ऐतिहासिक द्वारवती राज्य की स्थापना इन्हीं के पूर्वजों ने की थी।[1]
विशेष निवासक्षेत्र | |
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बर्मा | ८० लाख |
थाईलैण्ड | १,१४,५०० |
भाषाएँ | |
मोन, बर्मा | |
धर्म | |
थेरवाद बौद्ध धर्म | |
सम्बन्धित सजातीय समूह | |
ख्मेर और अन्य ऑस्ट्रो-एशियाई भाषी |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Coedès, George (1968). Walter F. Vella, ed. The Indianized States of Southeast Asia. trans.Susan Brown Cowing. University of Hawaii Press. ISBN 978-0-8248-0368-1.