यादें (2001 फ़िल्म)
यादें 2001 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। यह सुभाष घई द्वारा लिखित, निर्देशित, संपादित और निर्मित है। जैकी श्रॉफ, ऋतिक रोशन और करीना कपूर अभिनीत इस फ़िल्म में कई कलाकारों की टोली शामिल थी। यह फ़िल्म 27 जुलाई 2001 को दुनिया भर में जारी हुई थी। लेकिन इसे नकारात्मक समीक्षा मिली और यह बॉक्स ऑफिस पर निराशाजनक रही।[1][2]
यादें | |
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यादें का पोस्टर | |
निर्देशक | सुभाष घई |
लेखक |
सुभाष घई आतिश कपाड़िया अनुराधा तिवारी अमरीक गिल |
निर्माता | सुभाष घई |
अभिनेता |
जैकी श्रॉफ, ऋतिक रोशन, करीना कपूर, अमरीश पुरी |
संगीतकार | अनु मलिक |
प्रदर्शन तिथियाँ |
27 जुलाई, 2001 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंराज सिंह पुरी (जैकी श्रॉफ) एल.के. मल्होत्रा का सबसे अच्छा दोस्त है। एल.के., जे.के. मल्होत्रा (अमरीश पुरी) का छोटा भाई है। दोनों भाई बिजनेस टाइकून हैं और राज उनकी कंपनी में काम करता है। राज तीन युवा बेटियों का पिता है। पहली की शादी वह करा देता है लेकिन दूसरी की शादी उसके प्रेमी से होती है। कुछ सप्ताह ससुराल में रहने के बाद, दूसरी बेटी तलाक मांगने घर लौट आती है। इसके बाद राज और उनकी आखिरी बेटी प्यार और रिश्तों के सख्त खिलाफ हो जाती है। यह सब तब बदल जाता है जब ईशा (तीसरी बेटी) को मल्होत्रा साम्राज्य के उत्तराधिकारी रॉनित से (ऋतिक रोशन) प्यार हो जाता है।
रॉनित राज से आशीर्वाद मांगता है लेकिन वह साफ़ तौर पर मना कर देता है। ईशा (करीना कपूर) भी रॉनित को छोड़ देती है। रॉनित के पिता उसकी शादी एक अन्य टाइकून की बेटी से करने की व्यवस्था करते हैं। इस सब से वह नाखुश होता है। वह राज को एहसास कराता है कि उसकी मंगेतर का परिवार उनके लिए सही नहीं है। राज सगाई तोड़ने के लिए मल्होत्रा परिवार से बातचीत करता है। लेकिन जे.के. मल्होत्रा उन्हें गरीब और छोटा कहकर उन्हें नीचा दिखाता है। फिर सब जे.के. को समझाने के लिए एकजुट हो जाते हैं। उसे अपनी गलती का एहसास होता है और आखिरकार रॉनित की शादी ईशा से हो जाती है।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- जैकी श्रॉफ — राज सिंह पुरी
- ऋतिक रोशन — रॉनित मल्होत्रा
- करीना कपूर — ईशा सिंह पुरी
- अमरीश पुरी — जगदीश कुमार मल्होत्रा
- हिमानी रावत — सानिया सिंह पुरी
- किरण राठौड़ — मोनीक्षा राय
- अनंग देसाई — ललित कुमार मल्होत्रा
- सुप्रिया कार्निक — नलिनी मल्होत्रा
- अवनि वासा — अवंतिका सिंह पुरी
- मदन जोशी — मोनीक्षा के पिता
- डॉली बिन्द्रा — सानिया की सास
- रति अग्निहोत्री — विशेष उपस्थिति
संगीत
संपादित करेंसभी गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत अनु मलिक द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "ऐ दिल दिल की दुनिया में" | स्नेहा पंत, केके | 3:09 |
2. | "चम् चम् चम् चमकती शाम है" | सोनू निगम, अलका याज्ञनिक | 6:45 |
3. | "चाँद तारे सुन ले सारे" | सुखविंदर सिंह, कविता कृष्णमूर्ति | 5:23 |
4. | "एली रे एली क्या है ये पहेली" | कविता कृष्णमूर्ति, अलका याज्ञनिक, हेमा सरदेसाई | 6:50 |
5. | "जब दिल मिले मिले मिले" | सुखविंदर सिंह, उदित नारायण, आशा भोंसले, सुनिधि चौहान | 7:10 |
6. | "कुछ साल पहले ये बात हुई थी" | हरिहरन | 6:10 |
7. | "यादें याद आती हैं" (पुरुष संस्करण) | हरिहरन | 5:18 |
8. | "यादें याद आती हैं" (महिला संस्करण) | सुनिधि चौहान, महालक्ष्मी अय्यर | 4:44 |
नामांकन और पुरस्कार
संपादित करेंवर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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2002 | जैकी श्रॉफ | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार | नामित |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Top Ki Flop: इस फिल्म से शुरू हुआ था शो मैन सुभाष घई के करियर का उतार, फिर नहीं दी कोई हिट". ज़ी न्यूज़. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2023.
- ↑ "इन 5 फिल्मों ने छीन लिया सुभाष घई से 'शो मैन' का ताज, बस ये कर दी थी बड़ी गलती". अमर उजाला. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2023.