युआन राजवंश (चीनी: 元朝, युआन चाओ; मंगोल: दाई ओन उल्स; अंग्रेजी: Yuan Dynasty) सन् १२७१ ईसवी से सन् १३६८ ईसवी तक चलने वाला एक राजवंश था जिसके साम्राज्य में आधुनिक चीन का लगभग पूरा हिस्सा, सारे मंगोलिया का भूक्षेत्र और कुछ आसपास के इलाक़े शामिल थे। इसकी स्थापना मंगोल नेता कुबलई ख़ान ने की थी, जो चंगेज़ ख़ान का पोता भी था। इस साम्राज्य को मंगोल साम्राज्य का एक विभाग और चीन का एक राजवंश दोनों समझा जाता है। युआन राजवंश के ज़माने में पूरा चीन पर एक विदेशी जाति ने लम्बे अरसे तक राज किया।[1] चीनी इतिहास के नज़रिए से युआन राजवंश सोंग राजवंश के पतन के बाद और मिंग राजवंश के उभरने से पहले आया। चीन का सम्राट होने के साथ-साथ कुबलई ख़ान ने स्वयं को पूर्ण मंगोल साम्राज्य का ख़ागान (सबसे बड़ा ख़ान शासक) भी घोषित कर दिया था। ख़ागान होने से सारे अन्य मंगोल ख़ानतों, यानि कि चग़ताई ख़ानत, इलख़ानत और सुनहरा उर्दू, पर वह अपना अधिपत्य जतला रहा था, लेकिन उसे अपना सरताज केवल इलख़ानी साम्राज्य ने ही माना और वे भी वास्तव में स्वतन्त्र रूप से ही शासन करते रहे। बाद के युआन सम्राटों को तीनों ने अपना सम्राट क़बूल तो किया लेकिन अपने-अपने इलाक़ों पर वह बिना किसी हस्तक्षेप के अलग विकसित होते रहे।

सन् १२९४ ईसवी में युआन साम्राज्य का नक़्शा (हरे रंग में) - कोरिया का इलाक़ा एक स्वशासित लेकिन अधीन राज्य था

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. China's Geography: Globalization and the Dynamics of Political, Economic, and Social Change, Gregory Veeck, Clifton Pannell, Christopher Smith, Youqin Huang, Rowman & Littlefield Publishers, 2011, ISBN 978-0-7425-6784-9, ... The Mongol conquest (and the resultant Yuan dynasty) represents a benchmark in China's history. While northern China had been under the control ... For the first time, under the Yuan dynasty, all of China was under foreign occupation ...