रक्त समूह या रक्त प्रकार, रक्त का एक वर्गीकरण है जो रक्त की लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर पर पाये जाने वाले पदार्थ मे वंशानुगत प्रतिजन की उपस्थिति या अनुपस्थिति पर आधारित होता है। रक्त प्रणाली के अनुसार यह प्रतिजन प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, ग्लाइकोप्रोटीन, या ग्लाइकोलिपिड हो सकते हैं और इनमे से कुछ प्रतिजन अन्य प्रकारों जैसे कि ऊतकों और कोशिकाओं की सतह पर भी उपस्थित हो सकते हैं। अनेक लाल रक्त कोशिका सतह प्रतिजन, जो कि एक ही एलील या बहुत नजदीकी रूप से जुड़े जीन से उत्पन्न हुए हैं, सामूहिक रूप से रक्त समूह प्रणाली की रचना करते हैं।[1]

रक्त प्रकार (या रक्त समूह) भाग में, निर्धारित होता है, ABO रक्त समूह प्रतिजानो से जो लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद होता है।

रक्त का अर्थ

संपादित करें

रक्त जैविक द्रव्य पदार्थ है |लाल रक्त पेशी (आर.बी.सी अथवा एरिथ्रोसाइटस),सफ़ेद रक्त पेशी (ल्यूकोसाइट्स)और बिंबिका (प्लेटलेट्स अथवा थ्रोंबोसाइट्स)से निर्मित तथा जटिल रचना वाला द्रव पदार्थ है|रक्त वर्ग की जांच करते समय जिस व्यक्ति के रक्त की जांच करनी है उस व्यक्ति को अपने उल्टी तरफ रखो|पहले से एक टेबल पर Anti A,Anti B तथा Anti D आदि तीनों लिक्विड एक सिध मे रखो और उनके सामने काँच की पट्टी पर रक्त की बुन्द गिराओ|

रक्त प्रकार वंशानुगत रूप से प्राप्त होते हैं और माता व पिता दोनों के योगदान का प्रतिनिधित्व करते हैं। अंतरराष्ट्रीय रक्ताधान संस्था(ISBT).[2] द्वारा, अब तक ३० मानव रक्त समूह प्रणालियों की पहचान हो चुकी है।

अनेक गर्भवती महिलाओं के भ्रू‍ण का रक्त प्रकार माता के रक्त प्रकार से भिन्न होता है और इस अवस्था मे माता, भ्रूण की लाल रक्त कोशिकाओं के विरुद्ध प्रतिपिंडों (एंटीबॉडी) का निर्माण कर सकती है। कभी कभी यह मातृ प्रतिपिंड इम्मयूनोग्लोबुलिन जी (IgG) होते हैं, यह लघु इम्मयूनोग्लोबुलिन आंवल (अपरा या प्लेसेंटा) को पार कर भ्रूण की लाल रक्त कोशिकाओं मे रक्त अपघटन (हीमोलाइसिस) कर सकते है जो नवजात शिशु मे हीमोलाइटिक ‍रोग का कारण बन सकता है, इस रोग के कारण शिशु के रक्त मे लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है जो सामान्य से लेकर गंभीर हो सकती है।[3]

सावधानी: 1)रक्त की जांच लेने से पहले हांथ मे हेन्द्ग्लोज का उपयोग करो|2)रक्त समूह जांच उपयोग हेतु स्लाइड ग्लास को कपास मे स्पिरिट लगाकर साफ रखो,प्रत्येक बार नए स्लाइड या अच्छे से साफ करके उपयोग करो|3)एक व्यक्ति के लिए एक ही लेनसेट का उपयोग करो|4)रक्त लेते समय नाखून के पास प्रिक मत करो |5)प्रिक करने के लिए बाएँ हांथ की छींगुनी(कनिष्ठिका) उंगली के बगल वाली उंगली मे प्रिक करो |6)प्रिक करते समय हांथ को नीचे के ओर रखो|

रक्त समूह जांच की प्रक्रिया

संपादित करें

रक्त वर्ग जांच हेतु आवश्यक सभी सामाग्री टेबल पर व्यवस्थित ढंग से निकालकर रखे|रक्त समूह की जांच हेतु समूह की जानकारी चार्ट मे बनाकर तैयार रेखे| मे जांच हेतु उपस्थित व्यक्ति के हांथ को स्पिरिट से जंतुरहित करें|काँच की तीन स्लाइड टेबल पर निकालें|लेनसेट की सहायता से जिस व्यक्ति के रक्त वर्ग की जांच कर्णी है उस व्यक्ति के बाएँ हाथ की चिंगुनी उंगली के बगल को उंगली को प्रिक करें|उंगली से निकाला हुआ रक्त काँच पर तीन जगह बूंदें लें|काँच की स्लाइड पर लिए गए रक्त की बुँदे में एंटीसिरा A,B,D की तीन बूंदें डालना|दूसरे साफ काँच से काँच की स्लाइड से रक्त और एंटीसिरा को मिलाना|एक साथ मिलाये गए क्या रक्त की गांठ तैयार होती हैउसे देखें और चार्ट का उपयोग करें ताकि सही रक् समूह बताया जा सकें|जिस व्यक्ति का जांच लिया गया है उसकी जानकारी कापी मे नोट करे |रक्त वर्ग जाँचें गए काँच की स्लाइड को स्वच्छ पानी से धोना चाहिए|जांच पूर्ण होने के बाद किस वर्ग का व्यक्ति अन्य किस वर्ग के व्यक्ति को रक्त दान कर सकता है उसके बारें मे अध्ययन |

RH फैक्टर क्या है

संपादित करें

ह्रीसस जाति का बंदर के रक्त मे लाल पेशियों पर विशेष प्रकार का एक एंटीजेन होता है|वही एंटीजन कुछ लोगों के रक्त मे लाल पेशियों पर भी होते हैं|इस तरह के लोगों के रक्त को Rh+veकहा जाता है|जिनके लाल पेशियों में एंटीजन नहीं होता,इस तरह के लोगों के रक्त को RH-veकहा जाता है|RH-ve रक्त नही दिया जा सकता है|

रक्त वर्ग जांच का लाभ

संपादित करें

किसी भी व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता पड़ सकती है ,तब उसे उसी का रक्त वर्ग देना पड़ता है |रक्त वर्ग बताते समय रक्त वर्ग तथा Rh फेक्टर दोनों बताना आवश्यक है |उदा.A-ve रक्त वाले लोगों को Rh+ve रक्त नही दिया जा सकता |<

सीरम विज्ञान

संपादित करें

यदि व्यक्ति का सामना ऐसे प्रतिजन से हो जिसे वेह स्वयं की मान्यता ना दे, तो प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) रोग-प्रतिकारक (antibodies) का उत्पादन करेगा जो विशेषतम उस रक्त समूह प्रतिजन के साथ चिपक सकता है और उस प्रतिजन के ख़िलाफ़ immunological स्मृति का गठन कर सकता है। व्यक्ति उस रक्त समूह प्रतिजन से सुग्राही हो चुका होगा यह रोग-प्रतिकारक लाल रक्त कोशिका (red blood cell)s (या अन्य ऊतक कोशिकाओं) की सतह से चिपक सकते हैं और अक्सर कोशिकाओं के विनाश के लिए अग्रणी हो सकते हैं जब IgM (IgM) रोग-प्रतिकारक चढाये गई कोशिकाओं से चिपकते हैं, चढाये गई कोशिकाएं दलों में परिवर्तित हो सकती हैं यह बहुत आवश्यक है की रक्ताधान और अंग प्रत्यारोपण (organ transplant) के लिए संगत रक्त और ऊतक का चयन किया जाए रक्ताधान प्रतिक्रियाएं (Transfusion reactions) जो मामूली या कमज़ोर रोग प्रतिकारक शामिल करती हैं, मामूली समस्याओं को जन्म दे सकती है हालाँकि और अधिक गंभीर असामंजस्य भारी RBC विनाश (RBC destruction) वाले ज़ोरदार प्रतिरक्षा (immune), निम्न रक्त चाप (low blood pressure) और मृत्यु का भी नेतृत्व कर सकता है

[Jagdish] ABO System की खोज-लैण्डस्टीनर (1900) में की थी|इसके अनुसारRBC की सतह पर दो प्रकार के एन्टीजन पाये जाते हैं| जिनको Aतथा Bकहते है| == ABO और Rh रक्त समूहीकरण == Anti-A और एंटी-B RBC ABO रक्त समूह प्रणाली (ABO blood group system) के सतह के प्रतिजन आम IgM रोग-प्रतिकारक हैं जो कभी कभी "स्वाभाविक रूप से" होने के रूप में वर्णित किए जाते हैं, तथापि, यह एक मिथ्या है क्योंकि रोग प्रतिकारक अन्य रोग प्रतिकारिकों की भाँती बचपन में संवेदीकरण के द्वारा विकसित होते हैं जो सिद्धांत समझाता है की यह रोग प्रतिकारक कैसे विकसित होते हैं कहता है की A और B प्रतिजनों जैसे प्रतिजन भोजन, पौधों और जीवाणुओं सहित प्रकृति में पाये जाते हैं, जन्म पश्चात शिशु की अंतड़ीयान सामान्य वनस्पति से colonize हो जाती हैं जो A और B जैसे प्रतिकारकों को अभिव्यक्त करती हैं और परिणाम स्वरुप उन प्रतिजनों के ख़िलाफ़ रोग प्रतिकारक बनाती हैं जो लाल कोशिकाओं के पास नहीं होतीं तो, जिन लोगों का रक्त प्रकार A है, उन के पास Anti-बी होगा, रक्त प्रकार B के पास Anti-A होगा, रक्त प्रकार O के पास Anti-A और B दोनों होंगे और रक्त प्रकार AB के पास एक भी नहीं होगाइन तथा-कथित "स्वाभाविक रूप से" पाये जाने वाले प्रत्याशित रोग प्रतिकारक के कारण, रोगी का रक्त प्रकार रक्त के किसी भी भाग के आधान से पहले ठीक ठीक निर्धारित करना मेहेत्वपूर्ण हो जाता है यह स्वाभाविक रूप से पाये जाने वाले रोग प्रतिकारक जिन में संयुक्त होने (गठ्ठा बनने) की और रक्त के अन्दर लाल कोशिकाओं को हानि पहुंचाने की क्षमता है और शायद मौत की भी, वेह IgM श्रेणी के हैं किसी भी अन्य रक्त वर्गों का निर्धारण करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि लगभग सभी लाल कोशिका रोग प्रतिकारक केवल सक्रीय टीकाकरण द्वारा विकसित हो सकते हैं जो या तो पूर्वी रक्त आधान या फिर मातृत्व से हो सकता है जिन रोगीयों को लाल रक्त कोशिकाओं के आधान की आवश्यकता हो सकती है, उन पर रोग-प्रतिकारक जांच नामक परीक्षण किया जाता है और यह परीक्षण निदान की सबसे महत्वपूर्ण लाल कोशिका रोग प्रतिकारक का पता लगायेगा

RhD प्रतिजन किसी व्यक्ति का रक्त प्रकार पता लगाने में महत्वपूर्ण है। शब्द "सकारात्मक" या "" नकारात्मक" RhD प्रतिजन की मौजूदगी या कमी को संदर्भित करता है चाहे Rhesus प्रणाली के अन्य प्रतिजन हो या न हों रोग-प्रतिकारक RhD प्रतिजन की Cross-matching अति आवश्यक है, क्योंकि RhD प्रतिजन mmunogenic होता है, अर्थात जो व्यक्ति RhD नकारात्मक होता है, संभावना है की वेह RhD प्रतिजन का सामना होने पर Anti-RhD विकसित करे (आधान या फिर मातृत्व के माध्यम से) जब किसी व्यक्ति का RhD प्रतिजन के ख़िलाफ़ संवेदीकरण हो जाए, उन के रक्त में RhD IgG प्रतिजन होंगे जो RhD सकारात्मक लाल रक्त कोशिकाओं को बाँध देगा और शायद आंवल को लाँघ दे

रक्त समूह प्रणाली

संपादित करें

अब २९ मानव रक्त समूह प्रणालियों (human blood group systems) को अंतर्राष्ट्रीय रक्ताधन संप्रदाय (International Society of Blood Transfusion) (ISBT)[मृत कड़ियाँ][2] के द्वारा मान्यता प्राप्त हैंएक पूर्ण रक्त प्रकार लाल रक्त कोशिकाओं की सतह के पूरे २९ पदार्थों के जत्थे का वर्णन करेगा और एक व्यक्ति का रक्त प्रकार रक्त समूह प्रतिजनों के कई संभव संयोजनों में से एक है२९ रक्त समूहों में, ६०० से अधिक विभिन्न रक्त समूह प्रतिजन पाये गए हैं,[4]लेकिन इन में से कई बहुत विरले हैं या फिर मुख्य रूप से कुछ जातीय समूहों में पाये जाते हैं

लगभग हमेशा, एक व्यक्ति के जीवन के लिए एक ही रक्त समूह है, लेकिन बहुत कम ही किसी व्यक्ति का रक्त प्रकार प्रतिजन की वृद्धि या दमन से व्यक्ति का रक्त प्रकार संक्रमण (infection), हानिकरता या autoimmune रोग (autoimmune disease).[5][6][7][8] में परिवर्तित हो सकता है इस दुर्लभ घटना मामले का एक अनूठा उदाहरण है डेमी-ली Brennan (Demi-Lee Brennan), एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक का मामला जिन का रक्त वर्ग जिगरप्रत्यारोपण (transplant).[9][10] के बाद बदल गया रक्त प्रकार बदलने में एक और अधिक आम कारण अस्थि मज्जा का प्रतिस्थापन है। अन्य बीमारियों में शामिल, अधिश्वेत रक्तता और lymphoma के लिए अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण किया जाता है यदि किसी व्यक्ति को अन्य ABO प्रकार वाले से अस्थि मज्जा मिले (उदाहरण के तौर पर प्रकार A रोगी को प्रकार O अस्ति मज्जा मिले), रोगी का रक्त प्रकार अंततः दाता के प्रकार में परिवर्तित हो जायेगा

कुछ रक्त प्रकार अन्य रोगों की विरासत के साथ जुड़े हैं, उदाहरण के लिए, Kell प्रतिजन (Kell antigen) कभी कभी McLeod सिंड्रोम (McLeod syndrome).[11] के साथ जुड़ा होता हैकुछ रक्त प्रकार संक्रमण ग्रहण को प्रभावित कर सकते हैं, उदाहरण के तौर पर, जैसे डफी प्रतिजन (Duffy antigen).[12] की कमी रखने वाले व्यक्तियों में विशिष्ट मलेरिया प्रजातियों के ख़िलाफ़ प्रतिरोधसंभवतः प्राकृतिक चयन (natural selection) के कारण मलेरिया के अधिक घटना क्षेत्रों में पाये जाने वाले जातीय समूहों में डफी प्रतिजन कम पाया जाता है[13]

ABO रक्त समूह प्रणाली

संपादित करें
 
ABO रक्त समूह प्रणाली - आरेख जो ABO रक्त समूह को कार्बोहाइड्रेट जंजीरों निर्धारित दिखाता है

ABO प्रणाली मानव रक्त आधान में सबसे महत्वपूर्ण रक्त समूह प्रणाली है। इस से जुड़े anti-A और anti-B रोग प्रतिकारक (antibodies) आम तौर पर "Immunoglobulin M (Immunoglobulin M)", संक्षिप्त में IgM (IgM) रोग प्रतिकारक कहलाये जाने वाले होते हैं ABO IgM रोग प्रतिकारक पर्यावरण तत्वों जैसे खाद्य पदार्थ, जीवाणु और विषाणु से सुग्राही हुए शुरूआती वर्षों में पैदा होते हैं ABO में "o" अक्सर "0" अन्य भाषाओं में (शून्य / बातिल) कहा जाता है।[14]

Phenotype (Phenotype) Genotype (Genotype)
A AA या AO
B BB अथवा BO
AB AB
O OO

Rhesus रक्त समूह प्रणाली

संपादित करें

Rhesus प्रणाली मानव रक्त आधान में दूसरी सबसे महत्वपूर्ण रक्त समूह प्रणाली है। सबसे महत्वपूर्ण Rhesus प्रतिजन RhD प्रतिजन है क्योंकि यह पाँच मुख्य Rhesus प्रतिजनों में सबसे immunogenic है। यह आम है की RhD नकारात्मक व्यक्तियों में anti-RhD IgG या IgM रोग प्रतिकारक न हों क्योंकि anti-RhD रोग प्रतिकारक पर्यावरण मादक द्रव्यों के खिलाफ संवेदीकरण द्वारा उत्पादित नहीं होते हलाँकि RhD नकारात्मक व्यक्ति IgG (IgG) anti-RhD रोग प्रतिकारक का उत्पाद कर सकते हैं यदि कोई सुग्राही बनाने वाली घटना घटे: खून का संभवतः एक fetomaternal आधान गर्भावस्था में एक भ्रूण या कभी कभी RhD के साथ एक रक्ताधान सकारात्मक RBC (RBC)

देशों में ABO and Rh वितरण

संपादित करें
देशों में ABO and Rh वितरण (जनसंख्या औसत)
देश O+ A+ B+ AB+ nbsp;O− nbsp;A− nbsp;B− AB−
ऑस्ट्रेलिया[15] 40% 31% 8% 2% 9% 7% 2% 1 %
ऑस्ट्रिया[16] 30% 33% 12% 6% 7% 8% 3% 1%
बेल्जियम[17] 38.1% 34% 8.5% 4.1% 7% 6% 1.5% 0.8%
कनाडा[18] 39 % 36% 7.6% 2.5% 7% 6% 1.4% 0.5%
डेनमार्क[19] 35% 37% 8% 4% 6% 7% 2% 1%
फ़िनलैंड[20] 27 % 38% 15% 7% 4% 6% 2% 1%
फ़्रांस[21] 36% 37% 9% 3% 6% 7% 1% 1%
जर्मनी[22] 35% 37% 9% 4% 6% 6% 2% 1%
हांगकांग, चीन[23] 40% 26% 27% 7% <0.3% <0.3% <0.3% <0.3%
आयरलैण्ड[24] 47% 26% 9% 2% 8% 5% 2% 1%
कोरिया, दक्षिण[25] 35.2% 28.1% 26.1% 11.3% 0.1% 0.1% 0.1% 0.05%
नीदरलैंड्स[26] 39.5% 35% 6.7% 2.5% 7.5% 7% 1.3% 0.5%
न्यूजीलैंड[27] 38% 32% 9% 3% 9% 6% 2% 1%
नॉर्वे[28] 34% 42.5% 6.8% 3.4% 6% 7.5% 1.2% 0.6%
पोलैंड[29] 31% 32% 15% 7% 6% 6% 2% 1%
स्वीडन[30] 32% 37% 10% 5% 6% 7% 2% 1%
तुर्की[31] 29.8% 37.8% 14.2% 7.2% 3.9% 4.7% 1.6% 0.8%
ब्रिटेन[32] 37% 35% 8% 3% 7% 7% 2% 1%
अमरीका के संयुक्त राज्य[33] 37.4% 35.7% 8.5% 3.4% 6.6% 6.3% 1.5% 0.6%

अन्य रक्त समूह प्रणालीयान

संपादित करें

अब (ABO और Rh प्रणालियों सहित) २९ मानव रक्त समूह प्रणालियों को अंतर्राष्ट्रीय रक्ताधन संप्रदाय (International Society of Blood Transfusion) के द्वारा मान्यता प्राप्त हैं[2]इस प्रकार, ABO प्रतिजन और Rhesus प्रतिजन के अलावा, कई अन्य प्रतिजन RBC सतह झिल्ली पर व्यक्त कर होते हैं। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति AB RhD सकारात्मक, हो सकता है और साथ ही M और N सकारात्मक भी (MNS प्रणाली (MNS system)), K सकारात्मक (Kell प्रणाली (Kell system)), LeA या Leb नकारात्मक (लुईस प्रणाली (Lewis system)) और ऐसे ही, प्रत्येक रक्त समूह प्रणाली प्रतिजन के लिए सकारात्मकअनेक रक्त समूह प्रणालियों के नाम उन रोगियों पर रक्खे गए जिन में यह रोग प्रतिकारक शुरू में पाये गए

नैदानिक महत्व

संपादित करें

रक्ताधान

संपादित करें

आधान चिकित्सा hematology (hematology) की एक विशेष शाखा है जो रक्त कोष (blood bank) के साथ साथ, रक्त और अन्य रक्त उत्पादों की आधान (transfusion) सेवा प्रदान करने के लिए रक्त समूह के अध्ययन से सम्बंधित है दुनिया भर में अन्य दवाईयों की भाँती रक्त उत्पाद मेडिकल डॉक्टर (लाइसेंस वाले चिकित्सक या सर्जन (surgeon)) द्वारा निर्धारित होना आवश्यक है संयुक्त राज्य अमेरिका में, रक्त उत्पाद खाद्य एवं दवा प्रशासन (Food and Drug Administration) द्वारा कड़े रूप से विनियमित हैं .

रक्त कोष (blood bank) की नियमित कार्य में शामिल है दाताओं और प्राप्तकर्ताओं दोनों की रक्त का परीक्षण ताकि प्रत्येक प्राप्तकर्ता को वाही रक्त मिले जो उपयुक्त और यथासंभव सुरक्षित हो यदि असंगत रक्त की एक इकाई का दाता (donor) और, प्राप्तकर्ता की बीच रूधिर-आधान (transfused) हो तो एक गंभीर तीव्र immunological प्रतिक्रिया, hemolysis (hemolysis) (RBC विनाश), वृक्क विफलता (renal failure) और सदमा (shock) होने की संभावना है और मृत्यु भी परिनाम्वश एक संभावना है। रोग प्रतिकारक अति सक्रिय हो सकते हैं और RBCs पर हमला कर प्रणाली पूरक (complement system) घटकों को बाँध सकते हैं रुधिर आधानित रक्त में भारी hemolysis पैदा करने की लिए

आधान प्रतिक्रिया (transfusion reaction) को कम से कम रखने की लिए रोगियों को आदर्श रक्त या प्रकार-विशिष्ट रक्त उत्पाद प्राप्त करना चाहिए खतरे को रक्त की cross-matching (cross-matching) से और कम किया जा सकता है, लेकिन जब आपात स्तिथि के लिए रक्त की आवश्यकता हो तो इसे ताला जा सकता है Cross-matching के लिए दाता और प्राप्तकर्ता की रक्त को मिलाया जाता है और जांचा जाता है की वेह मिश्रण संलग्नित होता है या थक्के बनाता है यदि नग्न आंखों से संलग्न (agglutination) स्पष्ट ना हो, तो तकनीकविद् आम तौर पर उसे जांचने की लिए खुर्दबीन का प्रयोग करते हैं यदि समूहन होता है, उस दाता का रक्त प्राप्तकर्ता को नहीं चढ़ाया जा सकता रक्त कोष में आवश्यक है की सभी रक्त नमूनों की सही पहचान की जा सके, इसी लिए बारकोड (barcode) की उपयोग से ISBT 128 (ISBT 128) नामक नाम पत्रण का मानकीकरण किया गया है

रक्त समूह सैन्य कर्मियों द्वारा पहने गए पहचान टैग (identification tags) या टटू (tattoo) पर अंकित किया जा सकता है यदि आपातकालीन रक्त आधान की स्तिथि में आवश्यकता हो द्वितीय विश्व युद्घ के दौरान सीमावर्ती जर्मन Waffen-एस एस (Waffen-SS) की पास यह टटू थे

दुर्लभ रक्त प्रकार रक्त बैंक (blood bank)s और अस्पतालों में आपूर्ति की समस्याएं पैदा कर सकता है। उदाहरण के लिए डफी (Duffy)-नकारात्मक रक्त अधिकतम अफ्रीकी मूल के लोगों में होता है[34] और बाकी जनसंख्या में इस ब्लड ग्रुप की दुर्लभता अफ्रीकी जातीयता रोगियों के लिए डफी नकारात्मक रक्त की कमी पैदा कर सकती है इसी प्रकार RhD नकारात्मक रक्त व्यक्तियों का दुनिया के अन्य भागों में यात्रा सम्बंधित जोखिम है, जहाँ RhD नकारात्मक रक्त की आपूर्ति दुर्लभ हैं, विशेष रूप से है पूर्वी एशिया (East Asia) में जहां रक्त सेवाएं रक्त दान के लिए पश्चिमी देशों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास कर सकते हैं।[35]

नवजात शिशु का Hemolytic रोग (HDN)

संपादित करें

एक गर्भवती महिला IgG (IgG) रक्त समूह रोग प्रतिकारक पैदा कर सकती है अगर उसके पेट की शिशु में एक रक्त समूह प्रतिजन है जो उस की पास नहीं है इस की संभावना है यदि पेट की शिशु की रक्त कोशिकाएं माता की रक्त परिसंचरण में पारित हो जाए (उदाहरंवश चिकित्सकीय प्रसव या प्रसूति हस्तक्षेप के समय एक छोटी fetomaternal शोणितस्त्राव (hemorrhage) या कभी कभी चिकित्सा सम्बन्धी रक्ताधान (blood transfusion) की उपरांत इस का परिणाम Rh रोग (Rh disease) या अन्य रूपों की नवजात शिशु के hemolytic रोग (hemolytic disease of the newborn) (HDN) चालू गर्भावस्था में और / या बाद के गर्भधारण हो सकता है यदि गर्भवती महिला में anti-RhD रोग प्रतिकारक हों, गर्भ की शिशु के RhD रक्त प्रकार का मातृ प्लाज्मा के भ्रूण डीएनए द्वारा विश्लेषण किया जा सकता है शिशु में Rh रोग के जोखिम का मूल्यांकन करने के लिए[36]बीसवीं सदी दवा की प्रमुख प्रगति थी RhD नकारात्मक माताओं में Anti-RhD रोग प्रतिकारकों के गठन को Rho(D) immune globulin (Rho(D) immune globulin).[37][38] नामक अंतः क्षेपनीय दवा के द्बारा रोक, इस रोग की रोकथाम करना. कुछ रक्त समूहों से जुड़े रोग प्रतिकारक गंभीर HDN पैदा कर सकते हैं, जबकि दूसरे केवल मामूली हदन पैदा कर सकते हैं और अन्य HDN पैदा करने की क्षमता नहीं रखते[3]

रक्त उत्पाद

संपादित करें

रक्तदान से अधिकतम लाभ प्रदान करने के लिए और भण्डारण अवधि बढ़ाने के लिए, रक्त कोष (blood bank) खून को अनेकों उत्पादनों में विभाजित (fractionate) कर देते हैं इन उत्पादनों में सबसे आम हैं पैक की हुई लाल रक्त कोशिकाएं, प्लाज्मा (plasma), प्लेटलेट्स (platelets), cryoprecipitate (cryoprecipitate) और ताजा जमे हुए प्लाज्मा (fresh frozen plasma) (FFP).FFP के labile थक्का बनानाने के गुण (clotting factor) (V) और (VIII) को कायम रखने के लिए उसे जल्द जमाया जाता है और उन मरीजों को जिन में घातक थका रोग जैसे उन्नत जिगर की बीमारी, anticoagulant (anticoagulant) की अत्यधिक मात्रा, या या फैलाया intravascular जमावट (disseminated intravascular coagulation) (DIC) हो, उन्हें दिया जाता है।

रक्त इकाइयों से जितना हो सके उतना प्लाज्मा हटा के बंधी हुई लाल कोशिकाओं की इकाइयां बनती हैं

कारकों के थक्के (Clotting factors) द्वारा संश्लेषित आधुनिक पुनः संयोजक (recombinant) तरीके अब नियमित नैदानिक इस्तेमालमें हैं hemophilia (hemophilia) क्योंकि सहभाजी रक्त उत्पादों से संक्रमण संचरण के जोखिम अब दूर हो गए हैं

लाल रक्त कोशिका अनुकूलता

संपादित करें
  • रक्त समूह AB वाले व्यक्तियों की लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर दोनों A और B प्रतिजन होते हैं और उन के रक्त सीरम (blood serum) में A और B प्रतिजन के ख़िलाफ़ कोई प्रतिजन नहीं होता इसलिए रक्त प्रकार AB वाले व्यक्ति किसी भी समूह से रक्त प्राप्त कर सकते हैं (AB अधिमान्य होगा), लेकिन केवल AB प्रकार वाले व्यक्ति को ही रक्त दान कर सकते हैं
  • रक्त समूह A वाले व्यक्तियों की लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर A प्रतिजन होता है और रक्त सीरम में B प्रतिजन के ख़िलाफ़ IgM (IgM) रोग प्रतिकारक होते हैं इसलिए रक्त प्रकार A वाले व्यक्ति केवल रक्त समूह A या O रखने वाले व्यक्तियों से रक्त प्राप्त कर सकते हैं (A अधिमान्य होगा) और केवल A या AB प्रकार वाले व्यक्ति को ही रक्त दान कर सकते हैं
  • रक्त समूह B वाले व्यक्तियों की लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर B प्रतिजन होता है और रक्त सीरम में A प्रतिजन के ख़िलाफ़ IgM रोग प्रतिकारक होते हैं इसलिए रक्त प्रकार B वाले व्यक्ति केवल रक्त समूह B या O रखने वाले व्यक्तियों से रक्त प्राप्त कर सकते हैं (B अधिमान्य होगा) और केवल B या AB प्रकार वाले व्यक्ति को ही रक्त दान कर सकते हैं
  • रक्त समूह O (या कुछ देशों में शून्य कहलाने वाला) वाले व्यक्तियों की लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर दोनों A और B प्रतिजन नहीं होते हैं लेकिन उन के {2}रक्त सीरम{/2} में A और B प्रतिजन के ख़िलाफ़ A और B प्रतिजन होते हैं इसलिए रक्त प्रकार O वाले व्यक्ति केवल रक्त समूह B या O रखने वाले व्यक्तियों से रक्त प्राप्त कर सकते हैं लेकिन किसी भी ABO प्रकार वाले व्यक्ति को रक्त दान कर सकते हैं (यानि A, B, O या AB) यदि किसी को भयानक आपात स्थिति में एक रक्ताधान की जरूरत है और प्राप्तकर्ता के रकत को दान योग्य बनाने में यदि एक हानिकारक देरी हो सकती है, तो O नकारात्मक रकत दिया जा सकता है
 
RBC संगतता चार्ट
एक ही रक्त समूह को दान करने के अलावा; प्रकार O रक्त के दाता, A, B और AB को रकत दे सकते हैं और A aur B AB को रक्त दे सकते हैं
लाल रक्त कोशिका अनुकूलता सारणी[39][40]
प्राप्तकर्ता[1] दाता[1]
O− O+ A− A+ B− B+ AB− AB+
O−  Y
O+  Y  Y
A−  Y  Y
A+  Y  Y  Y  Y
B−  Y  Y
B+  Y  Y  Y  Y
AB−  Y  Y  Y  Y
AB+  Y  Y  Y  Y  Y  Y  Y  Y

सारणी चिटठा
१.असामान्य रोग प्रतिकारकों के आभाव का दावा जो दाता और प्राप्तकर्ता रक्त के बीच असामंजस्य पैदा कर सकता है, जो cross matching के उपरांत चुने गए रक्त के लिए सामान्य है

एक RhD नकारात्मक रोगी जिस में कोई anti-RhD प्रतिजन नहीं हैं (पहले कभी RhD सकारात्मक लाल रक्त कोशिकाओं से सुग्राही न बना हो), वह एक बार RhD नकारात्मक के रक्ताधन प्राप्त कर सकता है, लेकिन, इस के कारण वह RhD प्रतिजन के ख़िलाफ़ सुग्राही बन जायेगा और उस के नवजात शिशु में hemolytic रोग (hemolytic disease of the newborn) का खतरा बढ़ जायेगा अगर एक RhD नकारात्मक रोगी anti-RhD रोग प्रतिकारक विकसित कर ले, RhD सकारात्मक रक्त से संभावित खतरनाक आधान प्रतिक्रिया का जोखिम हो सकता है RhD नकारात्मक रक्त कभी भी प्रसूति की उम्र की RhD नकारात्मक स्त्री को या RhD रोग प्रतिकारक वाले रोगी को नहीं चढाया जाना चाहिए, इस लिए रक्त कोशों को Rhesus नकारात्मक रक्त का संरक्षण करना चाहिए चरम परिस्थितियों में जैसे की गंभीर रक्तस्त्राव जब रक्त कोष में RhD नकारात्मक रक्त इकाइयां कम हों, तो रक्त कोष में RhD रोग प्रतिकारकों का संरक्षण करने के लिए प्रसूति उम्र से ऊपर की महिलाओं को और RhD नकारात्मक पुरषों को RhD सकारात्मक रक्त चढाया जा सकता है, यदि उन में anti-RhD रोग प्रतिकारक ना हों. इस का उलट सही नहीं है: RhD सकारात्मक रोगियों पर RhD नकारात्मक रक्त कोई प्रतिक्रिया नहीं करता

प्लाज्मा अनुकूलता

संपादित करें
 
प्लाज्मा अनुकूलता चार्ट
एक ही रक्त समूह को दान करने के अलावा; AB प्रकार प्लाज्मा दाता, A, B और O को प्लाज्मा दे सकते हैं और A aur B से O प्रकार प्लाज्मा प्राप्त कर सकते हैं

प्राप्तकर्ता एक जैसे रक्त समूह का प्लाज्मा प्राप्त कर सकते है, लेकिन इस के अतिरिक्त दाता-प्राप्तकर्ता रक्त प्लाज्मा (blood plasma) अनुकूलता लाल रक्त कोशिकाओं के विपरीत है: AB रक्त प्रकार से निचोडा गया प्लाज्मा किस भी रक्त समूह के व्यक्ति को चढाया जा सकता है; रक्त समूह O के व्यक्ति किसी भी रक्त समूह से प्लाज्मा प्राप्त कर सकते हैं: और O प्रकार प्लाज्मा केवल O प्रकार प्राप्तकर्ता के लिए उपयोग किया जा सकता है

प्लाज्मा अनुकूलता सारणी
प्राप्तकर्ता दाता[1]
O A B AB
O  Y  Y  Y  Y
A  Y  Y
B  Y  Y
AB  Y

सारणी चिटठा
१.दाता प्लाज्मा असामान्य शक्तिशाली रोग प्रतिकारक के आभाव का दावा करता है

Rhesus D रोग प्रतिकारक असामान्य हैं, इसी लिए आमतौर पर RhD सकारात्मक और नकारात्मक रक्त में anti-RhD रोग प्रतिकारक नहीं hote यदि रक्त कोष छटनी करते हुए दाता में संभावित anti-RhD रोग-प्रतिकारक याँ असामान्य शक्तिशाली रक्त समूह रोग प्रतिकारक पाये, तो उसे दाता के रूप में स्वीकार नहीं किया जायेगा (या फिर उसी रक्त कोष में अन्य रक्त उत्पाद निचोड जायेंगे और उचित तरह से अंकित किया जायेगा); इसी लिए रक्त कोष से जारी किए गए रक्त का चयन RhD रोग प्रतिकारक और अन्य असामान्य रोग प्रतिकारक हीन हो सकता है और रक्त कोष से प्राप्त किया गया ऐसा दाता प्लाज्मा, RhD सकारात्मक या नकारात्मक रोगी के लिए उपयुक्त हो सकता है जब तक रक्त प्लाज्मा और प्राप्तकर्ता ABO अनुकूल हों

सार्वभौमिक दाता और प्राप्तकर्ता

संपादित करें

पूरे या पैक की गई लाल रक्त कोशिकाओं के सन्दर्भ में, O नकारात्मक प्रकार के व्यक्ति अक्सर सर्वव्यापी दाता कहलाया जाता है और वेह जिन का प्रकार AB सकारात्मक रक्त हो, सर्वव्यापी प्राप्तकर्ता कहलाया जाता है (कड़े शब्दों में कहें तो यह उन व्यक्तिओं जिन में Hh प्रतिजन प्रणाली (Hh antigen system) हो सही नहीं है (बॉम्बे रक्त समूह भी कहलाया जाने वाला) सर्वव्यापी दाता होते हैं [तथ्य वांछित]) रोग-प्रतिकारक यद्यपि विशेष शक्तिशाली anti-A, anti-B या अन्य असामान्य रक्त समूह प्रतिकारक रक्त दान से बाहर हैं, शब्द सर्वव्यापी दाता और सर्वव्यापी प्राप्तकर्ता सरलीकरण हैं क्योकि वह केवल प्राप्तकर्ता के anti-A and anti-B रोग प्रतिकारक का आधानित लाल रक्त कोशिकाओं में सम्भव प्रतिक्रियाओं का और सम्भव RhD प्रतिजनों के सुग्राहिकरण का ध्यान कर रहे हैं प्राप्तकर्ता की लाल रक्त कोशिकाओं में आधानित रक्त के anti-A और anti-B रोग प्रतिकारकों के बीच संभावित प्रतिक्रिया का ध्यान में नहीं लिया गया क्योंकि रोग प्रतिकारक वाले प्लाज्मा की एक छोटा सा ही अंश आधानित किया गया है

उदाहरंवश: यह सोचते हुए की रक्त समूह A र्द सकारात्मक प्राप्तकर्ता में RhD नकारात्मक रक्त (सार्वभौमिक दाता रक्त) का आधान, प्राप्तकर्ता के anti-B रोग प्रतिकारक और आधानित लाल रक्त कोशिकाओं में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं है हांलांकि चढाए गए रक्त में प्लाज्मा में anti-A रोग प्रतिकारक की अपेक्षाकृत छोटी राशि होती है जो प्राप्तकर्ता की लाल रक्त कोशिका की सतह के A प्रतिजनों के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है, तनुकरण गुणक के कारण किसी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं है Rhesus D संवेदीकरण प्रत्याशित नहीं है।

A, B and Rh D के अतिरिक्त लाल रक्त कोशिका सतह प्रतिजन सुग्राहिपन और प्रतिकूल प्रतिक्रिया उत्पन्न कर सकते हैं यदि वेह प्रतिरक्षी अनुक्रिया पैदा करने के लिए अनुरूपी रोग प्रतिकारकों से चिपक सके आधान आगे और पेचीदा हो जाते हैं क्योंकि प्लेटलेट (platelet)s और सफेद रक्त कोशिकाएं (white blood cell) (WBCs) की सतह प्रतिजनों की अपनी प्रणालियाँ होती हैं और प्लेटलेट या WBC प्रतिजनों के लिए सुग्राहिनी आधान के परिनाम्वश हो सकता है

प्लाज्मा (plasma) के आधान के सन्दर्भ में यह स्तिथि उल्ट हो जाती है O प्रकार का प्लाज्मा केवल O प्राप्तकर्ता को दिया जा सकता है, जबकि AB प्लाज्मा (जिस में anti-A या anti-B रोगप्रतिकारक नहीं होते) ABO रक्त वर्ग के किसी भी रोगी को दिया जा सकता है

रूपांतरण

संपादित करें

अप्रैल 2007 में एक पद्धति की खोज हुई जो एंजाइमों का उपयोग करते हुए रक्त प्रकार A, B और AB को O में परिवर्तित कर सकती है। इस पद्धति अभी भी प्रायोगिक है और परिणामस्वरूप रक्त को मानवीय परीक्षणों से गुजरना पड़ेगा[41][42]यह विधि लाल रक्त कोशिकाओं के रोग प्रतिकारकों को हटा देता है या बदल देता है ताकि अन्य प्रतिजन और रोग प्रतिकारक बने रहें यह प्लाज्मा अनुकूलता में मदद नहीं देती, लेकिन क्योंकि प्लाज्मा की आधान में बहुत सीमित नैदानिक उपयोगिता है और इसे सुरक्षित रखना बहुत आसान है, यह चिंताजनक बात नहीं है

दो सबसे महत्वपूर्ण रक्त समूह प्रणालियों की खोज रक्ताधान के साथ शुरुआती प्रयोगों के दौरान की गई हैं: ABO समूह (ABO group) सं १९०१ में[43] और Rhesus समूह (Rhesus group) १९३७ में.[44]Development of the Coombs test (Coombs test) in 1945,[45] the advent of transfusion medicine (transfusion medicine), and the understanding of hemolytic disease of the newborn (hemolytic disease of the newborn) led to discovery of more blood groups, and now 29 human blood group systems (human blood group systems) are recognized by the International Society of Blood Transfusion (International Society of Blood Transfusion) (ISBT),[2] and across the 29 blood groups, over 600 different blood group antigens have been found,[4] but many of these are very rare or are mainly found in certain ethnic groups. रक्त प्रकार न्यायालयिक विज्ञान (forensic science) और पितृत्व परीक्षण (paternity testing) में इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन अनुवांशिक अंगुली छपाई (genetic fingerprinting) जो अधिक विश्वसनीय है ने उन दोनों को ही प्रतिस्थापित कर दिया है

रक्त प्रकार सम्बंधित सांस्कृतिक मान्यताएं

संपादित करें

जापानी रक्त प्रकार व्यक्तित्व सिद्धांत (Japanese blood type theory of personality) एक प्रचलित विश्वास (belief) है कि व्यक्ति का ABO रक्त प्रकार उस के व्यक्तित्व (personality), चरित्र (character) और दूसरों के साथ सुसंगति (compatibility) भविष्यवाणी करता है यह एक एक गंभीर वैज्ञानिक परिकल्पना थी जो शुरूआती २० वि सदी में प्रस्तावित किया गया और जापानी जनता में बहुत लोकप्रिय हुआ इस सिद्धांत को कब से वैज्ञानिक समुदाय द्वारा अस्वीकार कर दिया गया है। (प्रस्तावक के लिए, देखें Masahiko Nomi (Masahiko Nomi)).कुछ हद्द तक यह विशवास पूर्वी एशिया और दक्षिण कोरिया के अन्य भागों तक पहुँचा है जापान में किसी से उन का रक्त प्रकार पूछना उतना ही आम माना जाता है जैसे उन से उन का राशि पूछना होता जापान में बने वीडियो खेल (video game)s (विशेषकर भूमिका-खेल खेल (role-playing game)) और manga (manga) श्रृंखला में रक्त प्रकार के साथ चरित्र वर्णन का होना एक आम बात है

यह रक्त प्रकार आहार (blood type diet) एक अमरीकी प्रणाली है जहाँ लोग अपनी ABO रक्त समूह और शरीर से मॉल की निकासी की स्थिति के अनुसार अपने भोजन का सेवन और जीवन शैली संशोधित करके स्वास्थ्य में सुधार की चेष्टा करते है।[46]यह तंत्र व्यक्तित्व में अंतर करने के लिए कुछ सन्दर्भ शामिल करता है, लेकिन जापानी सिद्धांत की जितनी हद तक नही

  1. Maton, Anthea; Jean Hopkins, Charles William McLaughlin, Susan Johnson, Maryanna Quon Warner, David LaHart, Jill D. Wright (1993). Human Biology and Health. Englewood Cliffs, New Jersey, USA: Prentice Hall. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-13-981176-1.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
  2. pages/isbt terminology pages/table of blood group systems.htm "Table of blood group systems" जाँचें |url= मान (मदद). International Society of Blood Transfusion. 2006. अभिगमन तिथि 14 नवंबर 2006. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)[मृत कड़ियाँ]
  3. E.A. Letsky; I. Leck, J.M. Bowman (2000). "Chapter 12: Rhesus and other haemolytic diseases". Antenatal & neonatal screening (Second संस्करण). Oxford University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-19-262827-7 |isbn= के मान की जाँच करें: checksum (मदद). मूल से 2 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 अक्तूबर 2019.
  4. "American Red Cross Blood Services, New England Region, Maine, Massachusetts, New Hampshire, Vermont". American Red Cross Blood Services - New England Region. 2001. मूल से 21 जून 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2008. there are more than 600 known antigens besides A and B that characterize the proteins found on a person's red cells
  5. Dean, Laura. "The ABO blood group". Blood Groups and Red Cell Antigens. online: NCBI. मूल से 27 सितंबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009. A number of illnesses may alter a person's ABO phenotype
  6. Stayboldt C, Rearden A, Lane T (1987). "B antigen acquired by normal A1 red cells exposed to a patient's serum". Transfusion. 27 (1): 41–4. PMID 3810822. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0041-1132. डीओआइ:10.1046/j.1537-2995.1987.27187121471.x.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
  7. Matsushita S, Imamura T, Mizuta T, Hanada M (1983). "Acquired B antigen and polyagglutination in a patient with gastric cancer". Jpn J Surg. 13 (6): 540–2. PMID 6672386. डीओआइ:10.1007/BF02469500.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
  8. Kremer Hovinga I, Koopmans M, de Heer E, Bruijn J, Bajema I (2007). "Change in blood group in systemic lupus erythematosus". Lancet. 369 (9557): 186–7, author reply 187. PMID 17240276. डीओआइ:10.1016/S0140-6736(07)60099-3.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
  9. डेमी-ली Brennan ने रक्त प्रकार और प्रतिरक्षा प्रणाली बदल दी केट Sikora, डेली टेलीग्राफ (Daily Telegraph), 25 जनवरी 2008
  10. ऑस्ट्रेलियाई डॉ प्रत्यारोपण 'चमत्कार' को सलाम करते हैं Archived 2010-10-13 at the वेबैक मशीन शॉन Rubinsztein-Dunlop, एबीसी न्यूज (ऑस्ट्रेलिया) (ABC News (Australia)), 24 जनवरी 2008
  11. ऐलन FH Jr, क्रब्बे SM, कोर्कोरण PA. Kell रक्त समूह प्रणाली में एक नया phenotype (McLeod).Vox Sang.1961 Sep;6:555-60.PMID 13477267
  12. Miller LH, Mason SJ, Clyde DF, McGinniss MH. "अश्वेतों में प्लाज्मोडियम vivax प्रतिरोध कारक.डफी-रक्त समूह जीनोटाइप, FyFy. " N Engl J Med. 1976 Aug 5;295(6):302-4 PMID 778616
  13. Kwiatkowski, DP (2005). "How Malaria Has Affected the Human Genome and What Human Genetics Can Teach Us about Malaria". Am J Hum Genet. 77 (2): 171–192. PMID 16001361. डीओआइ:10.1086/432519. पीएमसी: 1224522. अभिगमन तिथि 16 नवंबर 2006. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)[मृत कड़ियाँ] थैलेसीमिया G6PD की कमी, ovalocytosis और डफी-नकारात्मक रक्त समूह के विभिन्न भौगोलिक वितरण, सामान्य सिद्धांत के और उदाहरण है कि अलग अलग आबादी मलेरिया के खिलाफ रक्षा के लिए अलग अलग आनुवंशिक सामान्य सिद्धांत के आगे और उदाहरण है कि अलग अलग आबादी मलेरिया के खिलाफ की रक्षा के लिए अलग अलग आनुवंशिक परिवर्ततीयां विकसित कर रहे हैं".
  14. "Your blood – a textbook about blood and blood donation" (PDF). पृ॰ 63. मूल (PDF) से 27 अगस्त 2006 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2008.
  15. "रक्त प्रकार - वेह क्या हैं ?, ऑस्ट्रेलियाई रेड क्रॉस". मूल से 27 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  16. "ऑस्ट्रिया के रेड क्रॉस - रक्त दाता जानकारी". मूल से 9 जून 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  17. "Rode Kruis Wielsbeke - रक्त दाता की जानकारी सामग्री". मूल से 26 नवंबर 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  18. "प्रकार और rh प्रणाली, कनाडा रक्त सेवाएं". मूल से 4 नवंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  19. "डेनमार्क की जनसंख्या में प्रमुख रक्त समूहों की आवृति". मूल से 17 अगस्त 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  20. "Suomalaisten veriryhmäjakauma". मूल से 26 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  21. "Les groupes sanguins (système ABO)". Centre Hospitalier Princesse GRACE - Monaco (फ़्रेंच में). C.H.P.G. MONACO. 2005. मूल से 23 अगस्त 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2008.
  22. de:Blutgruppe#Häufigkeit der Blutgruppen
  23. "रक्तदान, हांगकांग रेड क्रॉस". मूल से 21 फ़रवरी 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  24. "आयरिश रक्ताधान सेवा:: जीवन बाँटें, रक्त दान". मूल से 3 मई 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  25. "वार्षिक रक्त दान सांख्यिकी 2002-2007, Gyung वियतनाम रक्त केंद्र". मूल से 11 मार्च 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  26. "रक्त बैंक Sanquin - रक्त दाता की जानकारी सामग्री". मूल से 18 जून 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  27. "न्यूजीलैंड रक्त सेवा". मूल से 21 फ़रवरी 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  28. "Norwegian Blood Donor Organization". मूल से 24 जुलाई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  29. "Regionalne Centrum Krwiodawstwa i Krwiolecznictwa we Wrocławiu". मूल से 16 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  30. "स्वीडिश जनसंख्या में प्रमुख रक्त समूहों की आवृति". मूल से 24 नवंबर 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  31. "तुर्की रक्त समूह साइट". मूल से 29 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  32. "ब्रिटेन में प्रमुख रक्त समूहों की आवृति ". मूल से 11 अक्तूबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  33. "अमेरिका में रक्त प्रकार". मूल से 12 जून 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
  34. Nickel, RG; Willadsen SA, Freidhoff LR; एवं अन्य (1999 Aug). "Determination of Duffy genotypes in three populations of African descent using PCR and sequence-specific oligonucleotides". Hum Immunol. 60 (8): 738–42. PMID 10439320. डीओआइ:10.1016/S0198-8859(99)00039-7. Explicit use of et al. in: |author2= (मदद); |date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  35. Bruce, MG (2002). "BCF - Members - Chairman's Annual Report". The Blood Care Foundation. मूल से 10 अप्रैल 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2008. As Rhesus Negative blood is rare amongst local nationals, this Agreement will be of particular value to Rhesus Negative expatriates and travellers नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  36. Daniels G, Finning K, Martin P, Summers J (2006). "Fetal blood group genotyping: present and future". Ann N Y Acad Sci. 1075: 88–95. PMID 17108196. डीओआइ:10.1196/annals.1368.011.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
  37. "Use of Anti-D Immunoglobulin for Rh Prophylaxis". Royal College of Obstetricians and Gynaecologists. 2002. मूल से 30 दिसंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  38. "Pregnancy - routine anti-D prophylaxis for RhD-negative women". NICE. 2002. मूल से 28 अगस्त 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  39. "RBC compatibility table". American National Red Cross. 2006. मूल से 4 अगस्त 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2008. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  40. Blood types and compatibility Archived 2010-04-19 at the वेबैक मशीन bloodbook.com
  41. "Blood groups 'can be converted'". बीबीसी न्यूज़. 2007. मूल से 27 अक्तूबर 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2008. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  42. Liu Q, Sulzenbacher G, Yuan H, Bennett E, Pietz G, Saunders K, Spence J, Nudelman E, Levery S, White T, Neveu J, Lane W, Bourne Y, Olsson M, Henrissat B, Clausen H (2007). "Bacterial glycosidases for the production of universal red blood cells". Nat Biotechnol. 25: 454. PMID 17401360. डीओआइ:10.1038/nbt1298.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
  43. Landsteiner K. Zur Kenntnis der antifermentativen, lytischen und agglutinierenden Wirkungen des Blutserums und der Lymphe.Zentralblatt Bakteriologie 1900;27:357-62.
  44. Landsteiner K, Wiener AS. rhesus रक्त के immune sera द्वारा मान्यता प्राप्त मानव रक्त में एक समूहन कारकProc Soc Exp Biol Med 1940;43:223-224.
  45. Coombs RRA, Mourant AE, Race RR. कमजोर और "अधूरे " Rh समूहन का पता लगाने के लिए एक नया परीक्षण Brit J Exp Path 1945;26:255-66.
  46. D'Adamo, Dr. Peter J; Whitney, Catherine (1996). Eat Right 4 Your Type: The Individualized Diet Solution to Staying Healthy, Living Longer and Achieving Your Ideal Weight. New York: Penguin Group (USA). ISBN 0-399-14255-X.

[[1]] रक्त का अर्थ ,सावधानियाँ एवं जांच की प्रक्रिया

आगे पढ़ाई

संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें
  • BGMUT रक्त समूह प्रतिजन जीन परिवर्तन डेटाबेस में NCBI (NCBI), NIH (NIH), जीन और प्रोटीन और उस के और अलग अलग रूपों का विवरण है, जो कि रक्त प्रकार के लिए जिम्मेदार हैं
  • ऑनलाइन मेन्डेलियन इनहेरिटेंस इन मैन (ओएमआईएम): 110300(ABO)
  • ऑनलाइन मेन्डेलियन इनहेरिटेंस इन मैन (ओएमआईएम): 111680(Rhesus D)
  • Farr, A D (1979). "Blood group serology—the first four decades (1900--1939)". Med Hist. 23 (2): 215–226. पीएमसी: 1082436. मूल से 1 अगस्त 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009. नामालूम प्राचल |accessyear= की उपेक्षा की गयी (|access-date= सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी (मदद); नामालूम प्राचल |accessmonthday= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  • "Blood group test, Gentest.ch". Gentest.ch GmbH. मूल (HTML, JavaScript) से 27 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009. नामालूम प्राचल |accessyear= की उपेक्षा की गयी (|access-date= सुझावित है) (मदद)
  • "Blood typing systems other than ABO". BloodBook.com. 10 सितंबर 2005. मूल से 2 नवंबर 2005 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जुलाई 2008. नामालूम प्राचल |accessyear= की उपेक्षा की गयी (|access-date= सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल |accessmonthday= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  • "Blood Facts". LifeShare Blood Centers. मूल से 26 सितंबर 2006 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009. नामालूम प्राचल |accessyear= की उपेक्षा की गयी (|access-date= सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल |accessmonthday= की उपेक्षा की गयी (मदद); पाठ "Rare Traits" की उपेक्षा की गयी (मदद)
  • "Modern Human Variation: Distribution of Blood Types". Dr. Dennis O'Neil, Behavioral Sciences Department, Palomar College, San Marcos, California. 6 जून 2001. मूल (HTML) से 9 मार्च 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009. नामालूम प्राचल |accessmonthday= की उपेक्षा की गयी (मदद); नामालूम प्राचल |accessyear= की उपेक्षा की गयी (|access-date= सुझावित है) (मदद)
  • "Racial and Ethnic Distribution of ABO Blood Types - BloodBook.com, Blood Information for Life". bloodbook.com. मूल से 4 मार्च 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009. नामालूम प्राचल |accessyear= की उपेक्षा की गयी (|access-date= सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल |accessmonthday= की उपेक्षा की गयी (मदद)

साँचा:HDN