रात्रि दृष्टि (night vision) कम प्रकाश वाली परिस्थितियों में देखने की क्षमता होती है। कई प्राणियों की आँखों के दृष्टि पटल (रेटिना) में शलाका कोशिकाएँ उन्हें रात्रि दृष्टि प्रदान करती हैं। कृत्रिम यंत्रों से इस क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। कुछ प्राणियों में "टपिटम लूसिडम" नामक अंग रात्रि दृष्टि को अधिक शक्तिशाली बनाता है लेकिन मानवों में इस अंग का आभाव है।[1][2]

यांत्रिक रूप से बढ़ाई गई रात्रि दृष्टि द्वारा दो अमेरिकी सिपाहियों का चित्रण

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर[मृत कड़ियाँ]
  2. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर