श्री रामशंकर अग्निहोत्री भारत के प्रखर चिन्तक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक तथा वरिष्ठ पत्रकार हैं। उन्हें सन् २००८ के लिये माणिकचन्द्र वाजपेयी राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार के लिये चुना गया है। [[चित्र: |२40px|श्री रामशंकर अग्निहोत्री|]]

श्री रामशंकर अग्निहोत्री का जन्म 14 अप्रैल 1926 को मध्य प्रदेश के सिवनी मालवा, जिला होशंगाबाद में हुआ। सागर विश्वविद्यालय से 1950 में बी.ए. करने के बाद उन्होंने 1952 में नागपुर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में डिप्लोमा प्राप्त किया।

श्री अग्निहोत्री 1944 में मंडला जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बने। वे 1949 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, महाकौशल के संगठन मंत्री नियुक्त हुए। श्री अग्निहोत्री 1951 में विन्ध्य प्रदेश भारतीय जनसंघ के संगठन मंत्री बने। वे 1951-52 में दैनिक युगधर्म, नागपुर के सह संपादक रहे। वे 1953-54 में सांध्य दैनिक आकाशवाणी (दिल्ली) के संपादक बने। इस बीच वे कश्मीर सत्याग्रह से जुड़े रहे।

श्री अग्निहोत्री 1954-55 में पाञ्चजन्य (मध्य भारत संस्करण) के संपादक रहे। वे 1956 से 1964 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महाकौशल प्रांत प्रचारक रहे। वे 1964 से 1968 तक मासिक राष्ट्रधर्म, लखनऊ के संपादक रहे। वे 1969 में युगवार्ता, फीचर्स सर्विस, नई दिल्ली के संपादक थे। वर्ष 1970 से 1975 तक वे हिन्दुस्तान समाचार न्यूज एजेंसी के ब्यूरो प्रमुख रहे। इसके बाद 1971 से वे युध्द संवाददाता (पश्चिमी क्षेत्र) रहे।

श्री अग्निहोत्री 1975 से 1977 तक एकीकृत समाचार न्यूज एजेंसी नई दिल्ली (आपातकाल) के उप समाचार संपादक रहे। वर्ष 1978 से 1980 तक उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार (महाराष्ट्र-गुजरात) मुंबई के क्षेत्रीय व्यवस्थापक के रूप में सेवा की। वे 1981 से 1983 तक विशेष संवाददाता (नेपाल) काठमांडू रहे। इसके बाद वे हिन्दुस्थान समाचार, नई दिल्ली के प्रधान संपादक रहे। श्री अग्निहोत्री 1986 से 1989 तक पाञ्चजन्य साप्ताहिक, दिल्ली के प्रबंध संपादक और भारत प्रकाशन, नई दिल्ली के महाप्रबंधक रहे। वे 1989 से 1990 तक श्री राम कार सेवा समिति, सूचना केन्द्र, नई दिल्ली के निदेशक तथा 1992 में श्री रामजन्म भूमि मीडिया सेंटर, रामकोट, अयोध्या के निर्देशक थे। उन्होंने 1991 से 1998 तक मीडिया फोर फीचर्स लखनऊ का प्रकाशन और संपादन किया। वे 1999 से 2002 तक भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय मीडिया प्रकोष्ठ, नई दिल्ली में रहे। उन्होंने 2002 से 2004 तक मीडिया वाच का संपादन और प्रकाशन किया।

श्री अग्निहोत्री 2004 में हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषी संवाद समिति के अध्यक्ष रहे। वर्तमान में वे मान व अध्ययन शोधपीठ, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर (छत्तीसगढ़) के अध्यक्ष हैं।

साहित्य सृजन के क्षेत्र में भी श्री अग्निहोत्री सुपरिचित हस्ताक्षर हैं। उनका काव्य संग्रह सत्यम एकमेव प्रकाशित है। वे तंजानिया, कोरिया, युगांडा, इथोपिया, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान और यूनाइटेड किंगडम की यात्रा कर चुके हैं। श्री अग्निहोत्री को उनके श्रेष्ठ कार्य के लिए अनेक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। इनमें इन्द्रप्रस्थ साहित्य भारती द्वारा डॉ॰ नगेन्द्र पुरस्कार, राष्ट्रीय पत्रकारिता कल्याण न्यास द्वारा स्व. बापूराव लेले स्मृत्ति पत्रकारिता पुरस्कार तथा माधवराव सप्रे स्मृति समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान भोपाल द्वारा लाला बलदेव सिंह सम्मान प्रमुख हैं।