रेवाडी शहर
रेवाड़ी भारत के हरियाणा प्रान्त के समनामक रेवाड़ी जिले का प्रशासकीय केंद्र है।
रेवाडी, हरियाणा रेवाड़ी | |
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शहर | |
रेवाड़ी | |
निर्देशांक: 28°11′N 76°37′E / 28.18°N 76.62°Eनिर्देशांक: 28°11′N 76°37′E / 28.18°N 76.62°E | |
Country | India |
राज्य | हरियाणा |
जिला | रेवाड़ी जिला |
ऊँचाई | 245 मी (804 फीट) |
जनसंख्या (2011/3/1)[1] | |
• कुल | 143,021 |
• घनत्व | 483 किमी2 (1,250 वर्गमील) |
भाषा | |
• सरकारी | हिंदी |
समय मण्डल | IST (यूटीसी+5:30) |
PIN | 123401 |
Telephone code | 01274 |
वाहन पंजीकरण | HR |
Sex ratio | 899 ♂/♀ |
वेबसाइट | rewari |
भूगोल
संपादित करेंरेवाडी का अक्षांश 28.18° उत्तर व रेखांश 76.62° पूर्व है। यह समुद्र तल से 245 मीटर (803 फुट) की ऊँचाई पर है।
इतिहास
संपादित करेंरेवाडी के शासक राव तुलाराम (1825–1863) भारत के प्रथम स्वराज्य संघर्ष (1857).
सड़क और रेल यातायात व्यवस्था
संपादित करेंसड़क मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 8 दिल्ली से जयपुर , एनएच 11 रेवाड़ी से जैसलमेर, एनएच 352 नरवाना से धारूहेड़ा (रेवाड़ी), एनएच 71 रेवाड़ी से रोहतक व 71बी
रेल रेवाड़ी शहर में 2 जंक्शन है 1 शहर मुख्य जंक्शन, रेवाड़ी जंक्शन है तथा दूसरा जंक्शन, न्यू रेवाड़ी जंक्शन केवल मालगाड़ियों के लिए है ( डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के अंतर्गत) मुख्य जंक्शन रेवाड़ी का मुख्य जंक्शन लाइन की दिशाओं के मामले में मथुरा के बाद दूसरा सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन है तथा हरियाणा का सबसे बड़ा जंक्शन है, रेवाड़ी से 6 दिशाओं में रेल मार्ग है रेवाड़ी जंक्शन 1. रेवाड़ी से दिल्ली 2. रेवाड़ी से रोहतक 3. रेवाड़ी से अलवर जयपुर 4. रेवाड़ी से फुलेरा 5. रेवाड़ी से बटिंडा 6. रेवाड़ी से लोहारू न्यू रेवाड़ी जंक्शन 1. दादरी से रेवाड़ी से मदार इसके अलावा रेवाड़ी के बवाल कस्बे में सुखा बंदरगाह (इन लैंड कंटेनर डीपो) भी है
अर्थव्यवस्था
संपादित करेंरेवाड़ी शहर प्राचीन काल से ही एक महत्वपूर्ण शहर रहा है, सम्राट हेमचंद्र विक्रमदित्य (हेमू) ने यहां पर पीतल की तोबे बनने का काम शुरू किया था इसके बाद यहां पीतल का व्यापार काफी फला तथा आज भी शहर के पंजाबी मार्कट की गलियों में आप पीतल के बर्तन का काम होता देख सकते है इसकी नगर की पीतल विशेषता के कारण इसको पीतल नगरी कहा जाता है इसमें पीतल के काम के लिए अलग से ब्रास मार्केट भी है, एनएच 8, एनएच 11, एनएच 352, 71,71B or रेल मार्गो से जुड़े होने के कारण तथा दिल्ली एनसीआर का भाग होने के कारण यहां व्यापार के लिए काफी अच्छी जगह है रेवाड़ी में भी औद्योगिक नगरों का विकाश हुआ है बवाल औधोगिक नगर जिसमे सैकड़ों कंपनिया है धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र वहां भी सैकड़ों छोटी बड़ी कंपनिया है
पर्यटन स्थल
संपादित करेंनेशनल रेल हेरिटेज म्यूज़ियम, सैंड पाइपर, लाल मस्जिद, हेमू का महल (मीरपुर), राव तुलाराम का महल, रानी की ड्योडी, बाघ वाला तालाब, जंगल बबलर (धारूहेड़ा), मोर व चिनकरा प्रजनन केंद्र झाबुआ, नाहर वन्यजीव अभयारण नाहर, इब्राहिम बारह हजारी मकबरा, भैरू मंदिर भैरू का बास(बासदूदा)
शहर के उद्योग
संपादित करेंपीतल बर्तन उद्योग तिली जूता उद्योग हीरो होंडा मोटरसाइकिल उद्योग शीशा उद्योग पेट्रोकैमिकल उद्योग(बवाल) स्लेट उद्योग आदि प्रमुख है
शिक्षण
संपादित करेंमाजरा एआईआईएमएस,लॉ & इंजीनियरिंग कॉलेज सहारनवास, केंद्रीय विद्यालय (सीबीएसई),सैनिक स्कूल गोठरा टप्पा खोरी, आई.टी.आई. कुंड, आईटीआई रेवाड़ी,पॉलीटेक्निक धामलावास, पॉलीटेक्निक लिसाना अनेक महाविद्यालय,सन् 1965 में बना अहीर कॉलेज ,सन् 1985 में बना किशन लाल पब्लिक कॉलेज (के°एल°पी°), शहर के ब्रास मार्केट में सैकड़ों कोचिंग संस्थान है, कृषि अनुसंधान केंद्र(बावल)। राठ इंटरनेशन स्कूल (कुंड), यदुवंशी स्कूल,आरपीएस स्कूल आदि सैकड़ों संस्थान।
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- रेवाडी शहर का आधिकारिक जालपृष्ठ।
विकियात्रा पर रेवाडी शहर के लिए यात्रा गाइड
- ↑ "Census of India Search details". censusindia.gov.in. मूल से 18 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 May 2015.