रॉबर्ट जे ज़ाइडेनबॉस (जन्म 1957, टोरॉन्टो) [1] एक डच-कनाडाई विद्वान हैं। वह भारतीय दर्शनशास्त्र और द्रविड़विद्या में पी० एच० डी० कर चुके हैं। वह उट्रेक्त विश्वविद्यालय नीदरलैन्ड से साहित्य में भी पी० एच० डी० कर चुके हैं। ज़ाइडेनबॉस ने भारतीय धर्मों और भाषाओं का अध्ययन हीडेलबर्ग विश्वविद्यालय के दक्षिण एशिया संस्थान में किया था। वह हीडेलबर्ग विश्वविद्यालय संस्कृत भाषा पढ़ा चुके हैं और इसके पश्चात वह मद्रास विश्वविद्यालय, भारत में जैन दर्शनशास्त्र कुछ समय तक पढ़ाए हैं। ज़ाइडेनबॉस ने इसके बाद संस्कृत भाषा, बौद्ध धर्म और दक्षिण एशियाई धर्मों की शिक्षा टोरॉन्टो विश्वविद्यालय, कनाडा में देने लगे। वह पहले पश्चिमी विद्वान हैं जिन्होंने आधुनिक कन्नड उपन्यास शैली पर एक पी० एच० डी० शोध कार्य दुनिया के आगे प्रस्तुत किया।

ज़ाइडेनबॉस कोएनराड एल्स्ट या एन० एस० राजाराम जैसे लेखकों का सख़्त विरोध करते हैं जो आर्य आक्रमण सिद्धांत का पक्ष लेते हैं। उनके अनुसार इस सिद्धांत के पीछे राजनैतक लक्ष्य हो सकते हैं। ज़ाइडेनबॉस ने विभिन्न विषयों का पुनरिक्षण करके जर्नल ऑफ़ अमेरिकन ओरिएन्टल सोसाइटी के लिए लेख लिखे हैं। इसके अतिरिक्त वह पश्चिमी देशों के लिए कन्नड साहित्य का प्रथम व्यापक इतिहास लिखे हैं और कन्नड साहित्य को जर्मन भाषा और अंग्रेज़ी अनुदित कर चुके हैं। उन्होंने द्वैतिन्, वीरशैव दर्शन और संस्कृत में मौजूद जैन साहित्य का अनुवाद किया। वह मैसूर, भारत में 17 वर्ष रहे।

प्रकाशित कार्य संपादित करें

  • 1997 - ज़ाइडेनबॉस, रॉबर्ट जे "Virasaivism, Caste, Revolution, Etc." Journal of the American Oriental Society, pp. 525, Vol. 117, Number 3, (July–September 1997). ISSN 0003-0279.

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Curriculum Vitae". मूल से 20 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 मई 2016.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें