लैला ख़ालिद (अरबी भाषा मे: ليلى خالد; जन्म: हैफ़ा, 9 अप्रैल 1944) पूर्व फ़िलीस्तीनी स्वतन्त्रता सेनानी तथा विश्व की सर्वप्रथम नारी हवाईजहाज़ अपहरणकर्ता हैं। आज वह फ़िलीस्तीनी राष्ट्रीय परिषद व फ़िलीस्तीनी मुक्ति संगठन (पी०एल०ओ) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्यों में से एक हैं। फ़िलीस्तीनी मुक्ति संगठन को कई पश्चिमी हुकूमतों द्वारा आतन्की कहा गया।[1][2][3]

चित्रित: 2009 में लैला ख़ालिद

सन् 1948 अरब-इज़रायल युद्ध के दौरान लैला ख़ालिद उनके परिवार के साथ अपने जन्मस्थल हैफ़ा से लेबनान स्थानान्तरित किए गए। सिर्फ़ 15 साल की उम्र में वह राजनैतिक तौर पर सक्रिय हो गई, ख़ालिद ने 'पॉप्युलर फ़्रन्ट फ़ॉर द लिबरेशन ऑफ़ पालस्टाइन' में शामिल हुई, और फिर वह जॉर्ज हबश के नेतृत्व पर फ़िलीस्तीन की स्वतन्त्रता हेतु जंग में भाग लेने की कोशिश की।[4][5]

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 1 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मई 2015.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 2 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मई 2015.
  3. "संग्रहीत प्रति". मूल से 7 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मई 2015.
  4. MacDonald, Eileen (1991). "Leila Khaled". Shoot the Women First. New York: Random House. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-679-41596-3.
  5. "Something rotten in Sweden". मूल से 30 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मई 2015.