लौवा[2] (Rock Bush Quail) (Perdicula argoondah) बटेर के कुल का एक पक्षी है जो पश्चिमी और दक्षिणी भारत में व्यापक रूप से पाया जाता है। यह विशुद्ध भारतीय जाति है जो और कहीं भी नहीं पाई जाती है। जैसा कि इसका अंग्रेज़ी नाम प्रदर्शित करता है, यह पक्षी पथरीले इलाकों में अधिक पाया जाता है और यह इलाका मध्य भारत के विशाल क्षेत्र में है। मादा अगस्त या सितम्बर के महीने में ६ से ८ अण्डे देती है। यह अण्डे झाड़ियों के जड़ में खोदे गये ५-६ इन्च के कोटर में दिये जाते हैं। इसकी लंबाई लगभग १७ से १८.५ से.मी. होती है और वज़न ६४ से ८५ ग्राम तक होता ।[3]

लौवा
नर आगे और मादा पीछे
वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत: जंतु
संघ: रज्जुकी
वर्ग: पक्षी
गण: गॉलिफ़ॉर्मिस
कुल: फ़ॅसिअनिडी
उपकुल: पर्डिसिनी
वंश: पर्डिक्युला
जाति: पी. आरगून्डा
द्विपद नाम
पर्डिक्युला आरगून्डा
साइक्स, १८३२
चित्र:Range map of Rock bush quail.jpg
आवास का क्षेत्र
  1. BirdLife International (2012). "Perdicula argoondah". IUCN Red List of Threatened Species. Version 2012.2. International Union for Conservation of Nature. अभिगमन तिथि १८ मई २०१३.
  2. Hume, A.O.; Marshall, C.H.T. (1880). Game Birds of India, Burmah and Ceylon. II. Calcutta: A.O. Hume and C.H.T. Marshall. पृ॰ ११७.
  3. Hume, A.O.; Marshall, C.H.T. (1880). Game Birds of India, Burmah and Ceylon. II. Calcutta: A.O. Hume and C.H.T. Marshall. पृ॰ १२२.