वसन्तसेना, शूद्रककृत प्रसिद्ध संस्कृत नाटक मृच्छकटिकम् (=मिट्टी की गाड़ी) की नायिका है। वह उज्जयिनी की विख्यात गणिका और कुलजा है। वह सौन्दर्य, कला और सुशीलता की अप्रतिम मूर्ति है। वह प्रगल्भा नायिका है। वह अपने गुणों के कारण कुल-वधू के पद को प्राप्त करती है।

राजा रवि वर्मा द्वारा वसन्तसेना का चित्रण

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