वारीरू धम्मसत्
वारीरू धम्मसत् (बर्मी भाषा : ဝါရီရူး ဓမ္မသတ်, उच्चारण : [wàɹíjú dəməθaʔ] ; संस्कृत : धर्मशास्त्र) म्यांमार का सबसे प्राचीन सुरक्षित बचा धर्मशास्त्र है। इसकी रचना १२९० के दशक में मॉन में मारबतन के वारेरू के राज्यादेश से हुई थी। इसकी रचना हिन्दुओं के प्रसिद्ध धर्मशास्त्र मनुस्मृति की तरह हुआ है। इसमें भी मनुस्मृति की तरह १८ अध्याय हैं किन्तु अध्यायों के नाम अलग हैं। इसमें मनुस्मृति से लगभग ५ प्रतिशत सामग्री ली हुई है। यह अधिकांशतः पगान काल के पारम्परिक नियमों की व्याख्या करता है।