वार्ता:अनिर्णनीय प्रॉब्लम
परिभाषा भ्रामक/गलत तो नहीं?
संपादित करें@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, अनडिसाइडेबल प्रॉब्लम की जो परिभाषा यहाँ अपने दी है, क्या वह सही है? आपने जो सन्दर्भ दिया है वह एक पूरी किताब का है। क्या उस पुस्तक का वह पन्ना (या कम से कम अध्याय) बता सकते हैं जहाँ यह परिभाषा दी हुई है?--अनुनाद सिंह (वार्ता) 04:10, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: जी, ध्यान से देखिए। सन्दर्भ में पृष्ठ संख्या भी दी गई है। --गौरव सूद (वार्ता) 08:55, 19 जनवरी 2016 (UTC)
@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, लेकिन जिस पन्ने का सन्दर्भ दिया गया है वही पन्ना इस आनलाइन में सस्करण में नहीं डाला गया है। क्या इस पुस्तक में 'अनडिसाइडेबल प्रॉब्लम' की जो परिभाषा दी गयी है उसे यहाँ डाल सकते हैं। (दो-चार लाइन मात्र)--अनुनाद सिंह (वार्ता) 09:29, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: जी, इस पुस्तक का दूसरा संस्करण (शायद pirated copy) गूगल सर्च में आपको मिल जाएगा। दूसरे संस्करण में आप undecidability के बारे में पृष्ठ 367 पर पढ़ सकते हैं। मैं इस pirated copy का लिंक विकिपीडिया पर नहीं डालना चाहता, इसलिए आपको खुद ही गूगल सर्च करना पड़ेगा। --गौरव सूद (वार्ता) 09:40, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: जी, इस पुस्तक का section 8.1 भी देख लेख लें। उसमें सरल शब्दों में, कम तकनिकी भाषा में समझाया गया है। --गौरव सूद (वार्ता) 09:47, 19 जनवरी 2016 (UTC)
@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, मेरे हिसाब से सन्दर्भ तो वह है जिसको देखकर/पढ़कर/समझकर आपने यह परिभाषा लिखी है। गूगल सर्च करने पर हो सकता है कि मुझे कुछ मिले लेकिन वह अलग संस्करण हो जिसके आधार पर आपने यह न लिखा है। इसलिये कृपया सन्दर्भ को सही कर दें। उसमें संस्क्रण का भी उल्लेख कर दें और पृष्ट संख्या भी डाल दें। और हो सके तो चार-पाँच लाइन ज्यों-का-त्यों यहाँ प्रस्तुत कर दें।--अनुनाद सिंह (वार्ता) 09:56, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: जी, तीन-चार वाक्य पढ़ने से बात समझ नहीं आएगी। क्या मैं यहाँ पुस्तक की pirated copy का लिंक दे दूँ? --गौरव सूद (वार्ता) 11:17, 19 जनवरी 2016 (UTC)
@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, मुझे इसमें कोई समस्या नहीं दिख रही है। आप लिंक दीजिये और पृष्ठ संख्या भी।--अनुनाद सिंह (वार्ता) 11:23, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: Undecidability पर सरल और कम तकनिकी (पर imprecise) परिचय के लिए पुस्तक का Section 8.1 देखिए। अगर formal description चाहते हैं तो Chapter 9 देखिए। --गौरव सूद (वार्ता) 11:27, 19 जनवरी 2016 (UTC)
@Gauravsood0289: गौरव सूद जी, मुझे लिंक मिल गयी है। आप टिप्पणी मिटा सकते हैं। किन्तु यह लिंक खुल ही नहीं रही है। सारे पन्ने काले रंगे हुए आ रहे हैं। इसलिये जो सबसे सटीक आठ-दस वाक्य हों उसे यहाँ कॉपी करके डालिये ना।--अनुनाद सिंह (वार्ता) 12:42, 19 जनवरी 2016 (UTC)
@अनुनाद सिंह: जी, ये पूर्वकथित पुस्तक से ली गई Undecidable problem/property की formal definition है।
A property P of strings is said to be decidable if the set of all strings having property P is a recursive set; that is, if there is a total Turing machine that accepts input strings that have property P and rejects those that do not. A property P is said to be undecidable if it is not decidable.
--गौरव सूद (वार्ता) 13:55, 19 जनवरी 2016 (UTC)
@अनुनाद सिंह: जी, मैंने इसे एक layman के लिए आसान शब्दों में लिखा है। --गौरव सूद (वार्ता) 13:59, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @Gauravsood0289: गौरव सूद जी, इसका मतलब है कि आपने इस पुस्तक में दी गयी परिभाषा का नहीं उपयोग किया है। फिर तो इस सन्दर्भ का कोई मतलब नहीं है। यह 'बाहरी कडियों में दिया जा सकता था, न कि पंक्ति-सन्दर्भ में। खैर अब मूल बात पर लौटते हैं। आपके अपने शब्दों में लिखी यह परिभाषा पूर्ण और सही है क्या? --अनुनाद सिंह (वार्ता) 14:19, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: जी, 4 वाक्य में तो मैं formal definition ही दे सकता हूँ। इस formal definition का अर्थ पुस्तक के Section 8.1 और Chapter 9 में समझाया गया है। अगर आप इसे जाँचना चाहते हैं, तो आपको कम से कम इस पुस्तक का Section 8.1 तो पढ़ना ही पड़ेगा। --गौरव सूद (वार्ता) 14:59, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: जी, एक और बात। लेख पर अभी काम जारी का टैग लगा है। मुझे लेख को अच्छे से लिखने के लिए थोड़ा समय तो दीजिए। --गौरव सूद (वार्ता) 16:44, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: जी, 4 वाक्य में तो मैं formal definition ही दे सकता हूँ। इस formal definition का अर्थ पुस्तक के Section 8.1 और Chapter 9 में समझाया गया है। अगर आप इसे जाँचना चाहते हैं, तो आपको कम से कम इस पुस्तक का Section 8.1 तो पढ़ना ही पड़ेगा। --गौरव सूद (वार्ता) 14:59, 19 जनवरी 2016 (UTC)
- @Gauravsood0289: गौरव सूद जी, आप समय लगाकर इसे उत्तम से उत्तम बनाइये, यही मेरी भी कामना है। लेकिन सन्दर्भ को फिलहाल ठीक कर दीजिये। --अनुनाद सिंह (वार्ता) 04:01, 20 जनवरी 2016 (UTC)