वार्ता:आमू दरिया
सोच-विचार के बाद इसका नाम 'आमू दरिया' कर रहा हूँ, जो इसका सही उच्चारण भी है। मैंने इसपर कुछ छान-बीन करी है - २०वीं सदी की शुरुआत की हिंदी और उर्दू की पुस्तकों में इसका नाम आमू दरिया ही दर्ज था क्योंकि इस क्षेत्र से भारत का शायद सीधा सम्बन्ध था और लोग व्यापार के लिए आया-जाया करते होंगे। मुझे लगता है कि भारत में अंग्रेज़ी प्रभाव बढ़ने के साथ-साथ कुछ भारतीय उच्चारण भी अंग्रेज़ी भाषा के अधीन हो गए। अंग्रेज़ी में 'Amu' लिखा गया तो हिंदी में भी समय के साथ यह 'अमु' या 'अमू' बन गया। भारतीय उपमहाद्वीप के अन्य पड़ोसी क्षेत्रों के साथ भी यह देखा जा सकता है - बदख़्शान के लिए 'बदाख़्शान' (जो साफ़ अंग्रेज़ी लहजा है), वाख़ान के लिए वखान, यहाँ तक कि जलियाँवाला के लिए भी एक पुस्तक में 'जलियनवाला' देखा। इस लेख का शीर्षक अब वह कर रहा हूँ तो १९वीं सदी के अंत तक हिंदी में सही लिखा जाता था। यदि आपको इसपर विचार-विमर्श करना हो, तो ज़रूर करना चाहूँगा। --Hunnjazal (वार्ता) 19:02, 1 अप्रैल 2012 (UTC)