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लेखन संबंधी नीतियाँ

निराला का अध्ययन संपादित करें

निराला जी ने गोर्की का अध्ययन किया और अपनी कला को एक नया रूप दिया।'कुल्ली भाट'में गोर्की का उल्लेख भी है।उनके हृदय में समाज के निम्न वर्ग के प्रति पहले से ही जो सहानुभूति थी,वह गोर्की से एक नया संकेत पाकर उनकी कला को एक नया रूप देने लगी।हिन्दी साहित्य में जब सुधारवाद का भरम बना हुआ था,तब निराला ने यथार्थ जीवन के चित्र देकर पाठकों को झकझोर दिया। Annu srivastava (वार्ता) 13:56, 16 नवम्बर 2018 (UTC)उत्तर दें

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