वार्ता:निमाड़
Latest comment: 4 वर्ष पहले by ASHOK KUMAR NEGI in topic निमाड़ का लोक साहित्य जीवन की ऊर्जा से भरा हुआ और जूझने के प्रकाश से आलोकित है।
निमाड़ का लोक साहित्य जीवन की ऊर्जा से भरा हुआ और जूझने के प्रकाश से आलोकित है।
संपादित करेंनिमाड़ और उसका लोक जीवन
निमाड़ का लोक साहित्य जीवन की ऊर्जा से भरा हुआ और जूझने के प्रकाश से आलोकित है। यहाँ लोक में जीवन के सभी रस भरे हुए हैं और प्रत्येक तीज , त्यौहार, परम्पराएँ, २ी ति रिवाज जीवन के आनंद और उमंग, उल्लास को सक्रिय और उत्साह से भर देती है।
जहाँ निमाड़ी बोली में वह ठसक और लचक है जो अभिव्यक्ति को सम्पूर्ण विस्तार देने का माद्दा रखती है , वहीं यहाँ के संस्कृति में लोक जीवन के सभी अध्याय विराज मान हैं। ASHOK KUMAR NEGI (वार्ता) 13:26, 19 जुलाई 2020 (UTC)