यह पृष्ठ प्रेमचंद लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें।

लेखन संबंधी नीतियाँ

सामग्री जोडें

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नमस्‍कार, प्रेमचंद पर निम्‍नलिखित सामग्री जोडने का कष्‍ट करें. (चूंकि यह एक निर्वाचित लेख है, इसलिए इसमें संपादन का अधिकार शायद वरिष्‍ठ सदस्‍यों और प्रबंधकों को है)

  • प्रेमचंद संबंधी सहायक पुस्‍तकों में मशहूर आलोचक रामविलास शर्मा की 'प्रेमचंद', और 'प्रेमचंद और उनका युग' पुस्‍तक जोडें.
  • प्रेमचंद की कृतियों से संबंधित अनुभाग में उनकी रचनाओं का संक्षिप्‍त परिचय भी नहीं दिया हुआ है, कृपया इसे बढाने का कष्‍ट करें.
  • प्रेमचंद के जीवन संबंधी विवादों पर भी एक अनुभाग बनाएं. जैसे- जागरण विवाद, प्रवासीलाल वर्मा विवाद, प्रेस में हडताल का मसला आदि.
  • प्रेमचंद पर डॉ॰ कमलकिशोर गोयनका (प्रेमंचद: अध्‍ययन की नई दिशाएं, प्रेमचंद का अप्राप्‍य साहित्‍य), डॉ॰ धर्मवीर (सामंत का मुंशी प्रेमचंद, प्रेमचंद की नीली आंखें) आदि नई दृष्टियों का भी संक्षिप्‍त ब्‍यौरा देवें.

धन्‍यवाद. गंगा सहाय मीणा (वार्ता) 17:47, 5 जून 2012 (UTC)उत्तर दें

प्रेमचंद लेख में किसी यूजर द्वारा गलत जानकारी

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@संजीव कुमार: प्रेमचंद लेख पर किसी यूज़र द्वारा गलत जानकारी व उनके बारे में गलत लिखा गया है। मेरा अनुरोध है कि आप उस यूजर को प्रतिबंधित करे व लेख पूर्ववत करे।अंकित3003 (वार्ता) 09:11, 25 मई 2017 (UTC)उत्तर दें

मुंशी प्रेमचंद का उपनाम

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प्रेमचंद के जीवन परिचय में राय के साथ श्रीवास्तव लिखना हास्यास्पद है। प्रेमचंद के अन्य नाम 'नवाब राय' और 'धनपत राय' रहे हैं। ऐसे में हिंदी विकिपीडिया पर उनको 'धनपत राय श्रीवास्तव' लिखना बेहद बचकाना कर्म है। 'श्रीवास्तव' लिखकर शायद किसी संपादक ने उन्हें 'कायस्थ' रेखांकित करने की कोशिश की है। ऐसी ही हरकते कुछ लोग अमिताभ बच्चन के नाम के साथ भी करते हैं। उनके नाम में भी श्रीवास्तव लगाते हैं। क्या इन लोगों को ये नहीं पता कि कायस्थ लोग भी 'राय' उपनाम का प्रयोग करते रहे हैं और आज भी करते हैं। फिर दो दो उपनाम की जरूरत क्या है। मैं इसे संशोधित कर हटा रहा हूं। धन्यवाद --कलमकार (वार्ता) 16:37, 16 जुलाई 2017 (UTC)कलमकारउत्तर दें

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