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लेखन संबंधी नीतियाँ
  • लेख के प्रारंभ मे इस पंक्ति का आशय समझ नही आया यहां के मंदिर का तीसरा प्राकारविश्व का सबसे लंबा गलियारा है
  • चित्रो को एक चित्र दिर्घा मे सजाया जा सकता है। वर्तमान लेख मे चित्र कफ़ि जगह overhanging है।

--गुंजन वर्मासंदेश ०६:१७, २८ जून २००९ (UTC)

रामेश्वरम के चित्र संपादित करें

रामेश्वरम के तीर्थ संपादित करें

रामेश्वरम तीर्थ के कथा वाले हिस्से के संदर्भ में जानकारी जानना चाहते हैं संपादित करें

लेखक महोदय को मेरा सविनय सादर अभिवादन ! आपने बहुत ही सुंदर लेख रामेश्वरम तीर्थ लिखा है. इस लेख को पढ़ते समय मेरे मस्तिष्क में एक जिज्ञासा हुई है . इस लेख के 'कथा' वाले भाग में दूसरे पैराग्राफ में..रावण भी साधारण राक्षस नहीं था.. से शुरू कर आगे लंका विजय के बाद पून: भगवान राम द्वारा रामेश्वरम शिवलिंग के पूजन की बात कहीं गई है .मैंने इस बात को श्रीरामचरितमानस व श्री वाल्मीकि रामायण मैं देखने की कोशिश की ,वहां इस बात का कोई जिक्र नहीं मिला अतः मैं आपसे इस तथ्य के प्रमाण की जानकारी जानना चाहता हूं कि आपने किस ग्रंथ से यह तथ्य संदर्भित किया है ? कृपया जानकारी उपलब्ध करवाने की कृपा करें , धन्यवाद ! Krishan M Sharma (वार्ता) 02:55, 30 जून 2021 (UTC)उत्तर दें

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