वार्ता:वाराणसी
did not know this. Varanasi has all द्वादश ज्योतिलिंग
http://tdil.mit.gov.in/coilnet/ignca/kvj0021.htm
१. सोमनाथ : मान मन्दिर घाट पर सोमेश्वर (मकान नं. डी. १६/३४) के समीप
२. मल्लिकार्जुन : सिंगरा में त्रिपुरान्तकेश्वर के टीले पर त्रिपुरान्तकेश्वर।
३. महाकाल : १. वृद्धकाल के घेरे में। २. कालभैरव के समीप मकान नं. के. ३२/२४ में।
४. ओंकारेश्वर : कोइलाबाजार में ओंकारेश्वर।
५. वैद्यनाथ : कमच्छा के समीप वैद्यनाथ। बैजनत्था के नाम से प्रसिद्ध।
६. भीमशंकर : काशी-करवट में (मकान नं. सी. के.३११/२) भीमेश्वर नाम से।
७. रामेश्वर :
१. मान मन्दिर घाट पर सोमेश्वर मन्दिर के पास (डी.१६/३४)। २. रामकुण्ड पर। ३. हनुमान घाट पर। इनमें से मानमन्दिर घाट के रामेश्वर का ही प्राधान्य है; क्योंकि त्रिपुरा भैरवी के समीप यही स्थान है और सेतुबन्धयात्रा मान-मन्दिर घाट पर ही होती है।
८. नागेश्वर : १. वृद्धकाल में। २. भोंसलाघाट के समीप प्रसिद्ध।
९. ञ्यम्बकेश्वर : बड़ादेव मुहल्ले में पुरुषोत्तम भगवान के मन्दिर (मकान नं. डी. ३८/२१) में त्रिलोकनाथ नाम से प्रसिद्ध।
१०. केदार : केदारेश्वर प्रसिद्ध।
११. धुस्रणेश्वर : बटुकभैरव के समीप।
१२. विश्वेश्वर : प्रसिद्ध।