वार्ता:हिन्दी कवियों की सूची
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काशी हिन्दू विश्वविद्यालय विद्यार्थी साहित्यकार-गोलेन्द्र ज्ञान
संपादित करेंकाशी हिन्दू विश्वविद्यालय विद्यार्थी साहित्यकार-गोलेन्द्र ज्ञान
आधुनिक हिन्दी साहित्य के जाने-माने विद्यार्थी कवि "गोलेन्द्र ज्ञान" अपनी प्रेरणादाई कविताओं के लिए प्रसिद्ध है।इन्हें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के हिन्दी कवियों की वाटिका में सबसे सुंदर सुमन "युवा कवि" की उपमा से जाना जाता है।
आपके काव्यगुरु- प्रो. बिपिन कुमार, प्रो. रामाज्ञा राय शशिधर
गद्यगुरु- नीरज खरे,डॉ.श्रधा सिंह,डॉ.सत्यपाल शर्मा
आशीर्वाद-माता-पिता-गुरु
आपका जन्म भारत के उत्तर प्रदेश के चन्दौली जिले में स्थित खजुरगाँव के एक अशिक्षित कुर्मी परिवार में 5 अगस्त, सन् 1999 को हुआ था।आप अपने परिवार में पहले 12वीं पास करनेवाले पुत्र हुए।आपके माता का नाम श्रीमती उत्तम देवी तथा पिता का नाम श्री नन्दलाल था।आपके दादा पन्नालाल पटेल धार्मिक व्यक्ति थे जिनका स्वर्गवास 12/12/2012 को हुआ।आप इस वक्त "काशी हिन्दू विश्वविद्यालय" में स्नातक एवं ज्ञान हेतु अध्ययनरत हैंं।
आपकी कविताएँ- साहित्य, साहित्य से संस्कार, साहित्य से सीख, शब्द ही ज्ञान है, शब्दगुरु, कविता को सम्मान, काव्य का स्वरुप, त्याग, भूख,होली, लक्ष्य, शपथ, जुनून, मोहब्बत, स्वप्न, सच्चा स्वप्नकार नहीं सोता है, वृक्षमंत्र, काव्यमंत्र,"मालवीय मार्तण्ड", प्रेम गीत, विद्यार्थी, शहिदों को नमन, माँ, माता, उत्तम शीख, बाँस, पथदर्शक, धुएं की संदेश, प्रार्थना, कलम रूको मत ,यार याद करो इत्यादि।
अधुरी लघु उपन्यास- "पगली"
आपके "साहित्य" से निम्नलिखित पंक्तियाँ-
"तेजस्वी कवि आज के! सैन युवा काज के! खिलाते रहे सर ताज के! हिन्दी साहित्य के लाज के!!"
सदा ही आपको हिन्दी प्रेमीओं में जीवित रखेगा।
सधन्यवाद!
३.डॉ.हरेराम सिंह, हाशिए का चाँद ISBN:978-81-937042-1-9,www.kishorvidyaniketan.com
संपादित करें3.डॉ.हरेराम सिंह, हाशिए का चाँद, ISNN:978-81-937042-1-9,www.kishorvidyaniketan.com डॉ.हरेराम सिंह (वार्ता) 07:51, 28 अक्टूबर 2019 (UTC)