विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/मैथिली लोक साहित्य
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परिणाम: हटाया। ☆★संजीव कुमार (✉✉) 19:17, 6 मई 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- मैथिली लोक साहित्य (संपादन|वार्ता|इतिहास|कड़ियाँ|ध्यान रखें|लॉग)
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नामांकन के लिये कारण:
मूल शोध। --SM7--बातचीत-- 12:23, 21 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- दो अन्य लेख शामिल किये गए, अलग से ज्ञानकोशीय उल्लेखनीयता संदिग्ध। --SM7--बातचीत-- 04:50, 22 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- महोदय/महोदया आपसे अनुरोध है कि, साँचा लागाने का उचित कारण बताने का कष्ट करें विकास झा (वार्ता) 12:41, 21 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- साथ ही इससे सम्बंधित विकिपीडिया के नीति का लिंक उपलब्ध कराने का कष्ट करें विकास झा (वार्ता) 12:49, 21 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- साँचा लागाने से संबंधित मानदंड बताने का कष्ट करें। विकास झा (वार्ता) 13:01, 21 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- विकास झा जी विकिपीडिया एक तृतीयक ऑनलाइन ज्ञानकोश है जहाँ विविध उल्लेखनीय विषयों पर ज्ञानकोशीय लेख लिखे जाते हैं। विषय स्वतंत्र रूप से, अर्थात एक अलग शीर्षक से, लेख योग्य है अथवा नहीं इसके लिए उल्लेखनीयता नीति पढ़ें। ज्ञानकोश होने के कारण यहाँ किस प्रकार की सामग्री नहीं लिखी जा सकती इसके लिए विकिपीडिया क्या नहीं है पढ़ें। चूँकि विकिपीडिया को कोई भी संपादित कर सकता है, यहाँ लिखे गये वक्तव्यों को उचित संदर्भ द्वारा पुष्ट करना भी होता है। साथ ही संदर्भित सामग्री के संश्लेषण द्वारा निष्कर्ष निकालने अथवा किसी मौलिक शोध की भी यहाँ मनाही है, देखें विकिपीडिया:मूल शोध नहीं।
- अभीतक आपने लेख में जो दो अनुभाग लिखे हैं उन्हें दुबारा पढ़ें। पहले अनुभाग में आपने साहित्य और लोक साहित्य का परिचय दिया है और दूसरे अनुभाग में भी लोकसाहित्य का विवरण है। विशेष रूप से मैथिली भाषा के लोक साहित्य के बारे में लेख में कुछ भी नहीं लिखा गया है।
- उक्त दशा में आपका लेख अपने मूल विषय पर ही नहीं है। कृपया ऐसा न करें। यदि आप मैथिलि लोक साहित्य के बारे में जानकारी लिखना चाहते हैं तो मैथिली साहित्य लेख में एक अनुभाग बना कर इस विषय पर लिख सकते हैं। धन्यवाद। --SM7--बातचीत-- 14:20, 21 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- महोदय आपकी बात पूर्णतया स्वीकार्य है, किंतु मैं आपको अवगत कराना चाहुँगा कि ना तो यह मूल शोध है और ना ही यह लेख अभी पूर्ण हुआ है, कृपया काम जारी का साँचा लगाने का कष्ट करें। मुझे जल्द ही इस लेख मे बहुत से अनुभाग और जोडने हैं। धन्यवाद विकास झा (वार्ता) 16:03, 21 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- और रही बात मैथिली साहित्य लेख में अनुभाग बनाकर लिखने की तो, इस संदर्भ में मैं आपको अबगत कराना चाहुँगा कि शिष्ट साहित्य और लोक साहित्य दो भिन्न-भिन्न धाराएँ है। दोनो के अपने अपने आयाम हैं, अत: दोनो को एक आलेख में डालने से पवित्र संगम नहीं अपितु खिचडी हो जाएगा, जो किसी को भी सहजता से बोधगम्य नहीं हो पाएगा। अत: आपका यह सुझाव स्वीकार्य नहीं है। आपसे अनुरोध है कि आप काम जारी का साँचा लगाने का कष्ट करें। विकास झा (वार्ता) 16:11, 21 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- श्री मान , आलेख का एक बार पुन: अवलोकन करें, आपके द्वारा लगाई गयी आपत्तियाँ नवीन संपादन के पश्चात वैध नहीं है, अत: आपसे अनुरोध है कि आप या तो काम जारी का साँचा लगाएँ अथवा आपके द्वारा किए गए पृष्ठ हटाने संबंधी नामांकन को हटाने का कष्ट करें। धन्यवाद विकास झा (वार्ता) 20:04, 21 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- विकास झा जी, संपादनों के लिए धन्यवाद। "काम जारी", "निर्माणाधीन" अथवा "आधार" साँचे लेख को हटाने से बचाने हेतु ढाल नहीं हैं। अगर आप समय लेकर इन लेखों का विस्तार करना चाहते हैं तो अपने व्यक्तिगत सदस्य पृष्ठ के उपपृष्ठ (उदा. सदस्य:Maithil.vj/1 के रूप में इन्हें रख सकते हैं और इनपर सबसे ऊपर {{Userspace draft}} साँचे का प्रयोग कर सकते हैं। जब लेख आपके हिसाब से पूर्ण हो जाए तो इसकी सूचना दे सकते हैं, तत्पश्चात उसे मुख्य नामस्थान में स्थानांतरित किया जा सकता। लेख आपने लगभग एक महीने पहले आरंभ किया था और अब केवल यह प्रदर्शित करने के लिए पुनः संपादन करन आरंभ किया कि आपत्तियाँ वैध न रहें?
- आपके द्वारा शुरू किये गए दो अन्य लेख भी इस चर्चा में जोड़ रहा।
- साथ ही निवेदन है कि इन्हें ज्ञानकोश के लिये उपयुक्त जानकारीपरक शैली में लिखें; आप यहाँ किसी शोधपत्रिका अथवा शोधप्रबंध हेतु नहीं लिख रहे हैं।
- और जहाँ तक आपकी असहमति का प्रश्न है, कृपया "मैथिली साहित्य" को केवल शिष्ट साहित्य तक सीमित समझने का प्रयास न करें, लोक साहित्य न तो अशिष्ट साहित्य है न ही कोई नितांत भिन्न धारा है जिसे आप उस लेख में शामिल करेंगे तो खिचड़ी बन जायेगी। इसके विपरीत बिना इस लोक/वाचिक साहित्य के ज़िक्र के वह लेख और मैथिली भाषा पर बना लेख हमेशा अपूर्ण ही रहेंगे। --SM7--बातचीत-- 04:48, 22 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- १) श्री मान जी, लेख निर्माता ने लोक साहित्य के लिए "अशिष्ट साहित्य" शब्द का प्रयोग नहीं किया है, यह आपकी निजी व्याख्या जान पडती है। अत: आपसे निवेदन है कि अपने पूर्वाग्रहों को किसी और पर आरोपित ना करें साथ ही शब्दों की अतिरंजित व्याख्या ना करें।
- २) साथ ही लोक साहित्य और शिष्ट साहित्य (यहाँ शिष्ट साहित्य से अभिप्राय केवल मुख्य धारा साहित्य से है, इसका यह अभिप्राय कदापि न लगाया जाए कि लोक साहित्य को लेख निर्माता, अशिष्ट साहित्य कह रहा है) के संगम हेतु लेख निर्माता ने 'खिचडी' शब्द का प्रयोग किया था, जिससे उसका अभिप्राय केवल इतना था कि एक साथ लिखने से बोधगम्यता में व्यवधान आ सकता है, किंतु जब लेख निर्माता ने स्वयं अपनी टिप्पणी दुबारा पढी तो उसे आभास हुआ कि खिचडी शब्द का प्रयोग यहाँ लोक साहित्य के लिए नकारात्मक भाव उत्पन्न कर रहा है, जो कि लेख निर्माता का उद्देश्य कदापि नहीं था। इसके लिए वह खेद व्यक्त करता है।
- ३) महोदय आपकी बात पुर्णतया सत्य है कि, इस आलेख का प्रारंभ किंचित शोध परक हो गया है। इसके प्रारंभिक दो अनुभागों को नये शिरे से संपादन की आवश्यकता है। जो कि जल्द ही पूर्ण हो जायेगा। इस लेख के नवीन संपादन से आप स्वयं अनुभव किया होगा कि, लेख निर्माता ने यथा संभव ज्ञानकोश के लिये उपयुक्त जानकारीपरक शैली में लिखने कि चेष्टा की गयी है।
- ४) आपकी अंतिम पंक्ति "बिना इस लोक/वाचिक साहित्य के ज़िक्र के वह लेख और मैथिली भाषा पर बना लेख हमेशा अपूर्ण ही रहेंगे" का लेख निर्माता पुर्णतया अनुमोदन करता है, अत: यदि इस लेख को मैथिली साहित्य मुख्य लेख के अनतर्गत समाकलित किया जाता है तो लेख निर्माता को कोई आपत्ति नहीं है। अत: लेख को पुर्णतया हटाने के स्थान पर उसे उपरोक्त उल्लेखित पृष्ठ के साथ समायोजित करना अधिक उप्युक्त है। इससे संबंधित ज्ञानकोश के नीतियों को आप लेख निर्माता से अधिक कुशलता से जानते हैं।
- ५) अन्य दो यथा गढवाली लोक साहित्य और कुँमाउनी लोक साहित्य को हटाया जा सकता है। आपके सुझाव अनुसार लेखों को व्यक्तिगत सदस्य पृष्ठ के उपपृष्ठ पर पूर्ण करने के बाद ही प्रकाशित किया जएगा।
- धन्यवाद। विकास झा (वार्ता) 06:00, 22 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- गढवाली लोक साहित्य और कुँमाउनी लोक साहित्य पृष्ठ को संपादन न होने के आधार पर हटाया जा सकता है, किंतु इनकी उल्लेखनियता पर संदेह व्यक्त करने से पूर्व आपको अंग्रजी विकिपीडिया के पृष्ठों Garhwali language और Kumaoni language को पढना चाहिए। विकास झा (वार्ता) 06:37, 22 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- उक्त दशा में आपका लेख अपने मूल विषय पर ही नहीं है। कृपया ऐसा न करें। यदि आप मैथिलि लोक साहित्य के बारे में जानकारी लिखना चाहते हैं तो मैथिली साहित्य लेख में एक अनुभाग बना कर इस विषय पर लिख सकते हैं। धन्यवाद। --SM7--बातचीत-- 14:20, 21 मार्च 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- मूल शोध — नामांकन अनुसार हटाएँ। --अजीत कुमार तिवारी बातचीत 08:16, 28 अप्रैल 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- लेख के वर्तमान रूप को देखकर भी लेख शोधपरक ही लग रहा है, अतः लेख को नामांकन अनुसार हटाया जा सकता है।--रोहितबातचीत 17:18, 4 मई 2022 (UTC)[उत्तर दें]
- ऊपर की चर्चा इस पृष्ठ पर हुए विचार-विमर्श का पुरालेख है। कृपया इसमें किसी तरह का बदलाव न करें। अनुवर्ती टिप्पणियाँ उपयुक्त वार्ता पृष्ठ पर करनी चाहिए (जैसे कि लेख का वार्ता पृष्ठ या पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा का वार्ता पृष्ठ)। इस पृष्ठ पर किसी भी प्रकार का कोई संपादन नहीं होना चाहिए।