विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/योगेन्द्र जी
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परिणाम: हटाया १५ दिन से अधिक समय तक कोई विरोध नहीं होना।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:01, 15 दिसम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
योगेन्द्र जी (संपादन|वार्ता|इतिहास|कड़ियाँ|ध्यान रखें|लॉग)
योगेन्द्र जी -विकिपीडिया -wikipedia के लिये गूगल परिणाम: खोज • समाचार • पुस्तक • विद्वान •
नामांकन के लिये कारण:
उल्लेखानीयता सिद्ध की जाय ! सत्यम् मिश्र (वार्ता) 10:19, 20 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
- सत्यम् मिश्र! योगेन्द्र जी को मैं 1975 से जानता हूँ। वह समाज को संस्कारित करने के लिए तब से काम कर रहे हैं जब यहाँ पर मीडिया नाम मात्र के लिए था। संस्कार भारती को जो भी जानते हैं वे योगेन्द्र जी को न जानते हों यह हो ही नहीं सकता। डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा (वार्ता) 07:14, 21 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
- डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा जी नमस्ते ! उल्लेखनीयता से आशय है कि क्या जिस व्यक्ति के बारे में यह पन्ना है उनका व्यक्तित्व कृतित्व और योगदान वाकई इतना है कि उनके बारे किसी ज्ञानकोष में लेख शामिल किया जाय। लेख में मौज़ूद स्रोतों से यह साबित नहीं। आप निष्पक्ष और उचित सन्दर्भों द्वारा इनकी उल्लेखानीयता सिद्ध कर सकते हैं। यदि ये व्यक्ति ज्ञानकोश के लायक उल्लेखनीयता नहीं रखते तो यह पृष्ठ प्रचार की श्रेणी में आयेगा और इसे ऐसी स्थिति में इसे हटा दिया जाना चाहिये।--सत्यम् मिश्र (वार्ता) 10:29, 21 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
- योगेन्द्र जी के बारे में जो स्रोत मैंने इस लेख में दिये गये हैं क्या आपने उन्हें देखा है? वह पाञ्चजन्य से लिये गये हैं जिसके सम्पादक अटल बिहारी वाजपेयी सरीखे स्वनामधन्य व्यक्ति रहे हैं। योगेन्द्र जी के अमृत महोत्सव में जो शब्द अटलजी ने कहे थे क्या उन्हें भी आप नकार देंगे?
डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा (वार्ता) 05:04, 22 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
- लेख को वर्तमान स्थितियों में हटाना ही उचित रहेगा। इसके प्रमुख कारण निम्न हैं:
- लेख के शीर्षक में "जी" का होना। यह विकि-नीति के अनुरूप नहीं है।
- लेख में दिये गये सन्दर्भ और बाहरी कड़ियाँ इसे अनुल्लेखनीय विषय सिद्ध करते हैं।
- नवभारत टाइम्स के सन्दर्भ को छोड़कर कोई भी सन्दर्भ इसको उल्लेखनीय सिद्ध करने के लिए पर्याप्त नहीं है। नवभारत टाइम्स के लेख में भी केवल इतना ही विवरण है जितना किसी सड़क दुर्घटना में किसी घायल हुये साधारण व्यक्ति का नाम होता है। अर्थात सम्बंधित व्यक्ति विकि-नियमावली एक अनुसार आवश्यक रूप से उल्लेखनीय नहीं है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 05:47, 22 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
- प्रिय संजीव जी! हमारे संस्कार बचपन से ही कुछ ऐसे हैं कि हम किसी को सम्बोधित करते हुए "जी" शब्द का प्रयोग करते हैं। शायद विकीपीडिया में यह संस्कार नहीं रहे होंगे। रह गए योगेन्द्र जी तो उन्होंने जो काम किया है उसके चलते पूरा समाज उन्हें "योगेन्द्र जी" और अब तो "योगेन्द्र बाबा" के नाम से जानने लगा है। आपने शायद लेख में अन्य सन्दर्भों को ध्यान से देखा नहीं है। मेरा अनुरोध है कि आप उन्हें एक बार फिर से देख लें और फिर कोई निर्णय लें। डॉ॰'क्रान्त'एम॰एल॰वर्मा (वार्ता) 02:28, 24 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
- क्रान्त जी, मैंने सभी सन्दर्भों को ध्यान से देखने के बाद ही मेरी टिप्पणी की थी। बात विकि-संस्कारों की आती है तो यहाँ यह निर्णय सबकुछ सोच-समझकर लिया गया था। यह निर्णय होने से पहले इस पर चर्चा भी हुई होगी। इसके अलावा मैं जब आकाशवाणी अथवा दूरदर्शन पर समाचार सुनता हूँ तो भारत के प्रधानमंत्री का नाम "नरेन्द्र मोदी" ही सुनता हूँ। कभी भी मोदी जी अथवा नरेन्द्र जी नहीं सुना। क्या इसका अर्थ आपके अनुसार प्रसार भारती में संस्कारों का अभाव बतावोगे? इसके अलावा केवल भारत के राष्ट्रपति को महामहिम शब्द लगाकर सम्बोधित किया जाता है लेकिन किसी भी अन्य देश के राष्ट्रपति/राष्ट्राध्यक्ष के लिए मैंने तो महामहिम लगाते नहीं सुना। क्या आप इसका अर्थ यह निकालोगे कि केवल भारत का राष्ट्रपति ही महामहिम कहलाता है? विकिपीडिया एक ज्ञानकोश है, यहाँ ऐसे संस्कारों से सम्बंधित पृष्ठ हो सकते हैं लेकिन निष्पक्ष भाव रखने के लिए अनावश्यक रूप से "जी" का प्रयोग उचित नहीं है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:15, 24 नवम्बर 2014 (UTC)[उत्तर दें]
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