विन्नईतांदी वरुवाया
विन्नईतांदी वरुवाया (तमिल: விண்ணைத்தாண்டி வருவாயா) सन् 2010 की तमिल भाषा की फ़िल्म है। यह गौतम वासुदेव मेनन द्वारा निर्देशित और लिखी गई रूमानी नाट्य फ़िल्म है।[1] इसमें सिलंबरासन और तृषा ने अभिनय किया है।[2] इस फिल्म का वितरण उदयनिधि स्टालिन की रेड जायंट मूवीज द्वारा किया गया था। इस फ़िल्म में ए. आर. रहमान द्वारा संगीत दिया गया है। मनोज परमहंस द्वारा छायांकन और एंथनी गोंसाल्वेस द्वारा संपादन किया गया है।[3]
विन्नईतांदी वरुवाया | |
---|---|
विन्नईतांदी वरुवाया का पोस्टर | |
निर्देशक | गौतम वासुदेव मेनन |
लेखक | गौतम वासुदेव मेनन |
अभिनेता |
सिलंबरासन तृषा |
छायाकार | मनोज परमहंस |
संपादक | एंथनी गोंसाल्वेस |
संगीतकार | ए. आर. रहमान |
प्रदर्शन तिथियाँ |
|
लम्बाई |
167 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | तमिल |
फ़िल्म में कार्तिक शिवकुमार नामक हिंदू तमिल लड़के और केरल के आलाप्पुड़ा की एक मलयाली ईसाई लड़की जैसी के प्यार की कहानी है। कार्तिक जेसी से प्यार करता है, लेकिन जेसी का अलग धर्म से संबंधित होना जटिलताएँ पैदा करता है। साथ ही उसका सख्त रूढ़िवादी परिवार कभी भी उनके मिलन के लिए सहमत नहीं होगा। इसी कहानी को तेलुगु में ये माया चेसावे के नाम से फिल्माया गया था। उसमें कलाकारों की अलग टोली थी। उसमें मुख्य भूमिकाएं में नागा चैतन्य और सामंथा ने अभिनय किया था। यह फिल्म 26 फरवरी 2010 को तेलुगु संस्करण के साथ दुनिया भर में जारी हुई। इसे बाद में हिंदी में एक दीवाना था के रूप में बनाया गया था।
कहानी
संपादित करेंकार्तिक (सिलंबरासन) चेन्नई में मैकेनिकल इंजीनियरिंग स्नातक है जो एक इंजीनियर के बजाय एक फिल्म निर्देशक बनने की इच्छा रखता है। उसका दोस्त उसे एक सिनेमैटोग्राफर गणेश से मिलवाता है। गणेश की मदद से कार्तिक एक निर्देशक का सहायक बन जाता है। कार्तिक का परिवार तमिल हिंदू हैं। वह लोग जेसी के घर की निचली मंजिल को किराए पर रहते हैं। जेसी (तृषा) आलाप्पुड़ा के एक रूढ़िवादी मलयाली कैथोलिक परिवार से है। वह लोग ऊपर की मंजिल पर रहते हैं। कार्तिक जेसी से प्यार करने लगता है। वह जेसी से बातचीत करने की कोशिश करता है। वह अपने सख्त पिता के आसपास पुरुषों से बात करने से डरती है। कार्तिक उसके लिए अपने प्यार को कबूल करता है लेकिन वह उसे स्वीकार नहीं करती है।
कुछ दिनों बाद, कार्तिक को अपनी बहन से पता चलता है कि जेसी अपनी दादी से मिलने केरल गई है। वह और गणेश उसे खोजने के लिए केरल पहुँच जाते हैं। कई दिनों के बाद, वह उसे ढूँढ़ता है और माफ़ी माँगता है। वह उसे केरल में अपने परिवार से उसके "सहपाठी" के रूप में मिलवाती है। जेसी इस बात से इनकार करती है कि उसके मन में उसके लिए कोई भावनाएँ हैं। कार्तिक को यकीन होता है कि जेसी उससे प्यार करती है। जबकि वह यह कहकर उसे अस्वीकार करती रहती है कि उसके माता-पिता उन्हें साथ रहने की अनुमति नहीं देंगे। वह कहती है कि वे दोनों अलग-अलग धार्मिक और जातीय पृष्ठभूमि से हैं। वह उससे एक साल बड़ी भी है। दोनों कई बार मिलते हैं और जेसी को एहसास होने लगता है कि वह भी कार्तिक को पसंद करती है। लेकिन वह किसी भी समस्या से बचना चाहती है क्योंकि वह जानती है कि उसके पिता इस मिलन को स्वीकार नहीं करेंगे।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "14 years of Vinnaithaandi Varuvaayaa: As GVM's romantic drama gets re-release, netizens shower more love for Trisha and Simbu's film". OTTPlay (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 10 जुलाई 2024.
- ↑ "Not Silambarasan, Gautham Vasudev Menon Wrote Vinnaithaandi Varuvaayaa For This South Actor". न्यूज़ 18 (अंग्रेज़ी में). 29 मार्च 2024. अभिगमन तिथि 10 जुलाई 2024.
- ↑ "14 Years of Love: Vinnaithaandi Varuvaayaa Turns 14". अभिगमन तिथि 10 जुलाई 2024.