Shahbaz kanpuri के सदस्य योगदान
A user with 6 edits. Account created on 10 जनवरी 2021.
19 सितंबर 2021
- 19:4519:45, 19 सितंबर 2021 अन्तर इतिहास +198 छो सदस्य:Shahbaz kanpuri उस्ताद की होती है कुछ शोहरत ऐसी। शागिर्द कहोगे तो फिर इज़्ज़त कैसी.....शायरी by ustad-e-azam Shahbaz Kanpuri And Arshad Khan's shayari टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 19:4019:40, 19 सितंबर 2021 अन्तर इतिहास −251 छो सदस्य:Shahbaz kanpuri माना कि ज़िंदगी बहुत सताती है। देखें कबतक ये आजमाती है।। Shayari by ustad-e-azam shahbaz Kanpuri and Arshad Khan's shayari.... टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
22 अगस्त 2021
- 07:4707:47, 22 अगस्त 2021 अन्तर इतिहास +4,440 छो सदस्य:Shahbaz kanpuri No edit summary टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 07:3607:36, 22 अगस्त 2021 अन्तर इतिहास +44 न सदस्य:Shahbaz kanpuri नया पृष्ठ: शहबाज़ कानपुरी टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
10 जनवरी 2021
- 21:0821:08, 10 जनवरी 2021 अन्तर इतिहास +67,991 छो उर्दू शायरों की सूची No edit summary टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:0121:01, 10 जनवरी 2021 अन्तर इतिहास +47 उर्दू शायरों की सूची →श टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन