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==बंद जलसंभर और मरुस्थल==
[[File:Aral Sea 1989-2008.jpg|thumb|right|200px|बंधोंबांधों और सिंचाई की नहरों के बनने से [[अरल सागर]] में १९८९ से लेकर २००८ तक भयंकर सिकुड़न हो गई]]
भौगोलिक दृष्टि से ऐसा देखा जाता है के बंद जलसंभर वाले क्षेत्र प्रायः रेगिस्तानी क्षेत्र भी होते हैं। ऐसा इसलिए है के अगर पानी एक ही स्थान पर इक्कठा होने से उसकी मात्रा बढ़ती ही जाए तो अंततः पानी अपने और समुद्र के बीच की रूकावट को पराजित कर ही देता है। वैज्ञानिकों का अनुमान है के [[कृष्ण सागर]] किसी समय पर ऐसी ही एक बंद जलसंभर की झील थी जो पानी बढ़ने से अपनी सीमाओं को तोड़कर [[भूमध्य सागर]] से जा मिली।
 
खुले जलसंभारों में जो नमक और अन्य पदार्थ मिलते रहते हैं वे आगे चलकर सागर में बह जाते हैं। बंद जलसंभारों में ऐसा नहीं होता। पानी में मिले नमक और अन्य पदार्थ इन झीलों या शुष्क क्षेत्रों में जाकर जमा होतें रहते हैं। इसलिए बंद जलसंभर झीलें समय के साथ बहुत खारी हो जाती हैं। [[भारत]] के [[राजस्थान]] राज्य में अजमेर के पास स्थित [[सांभर झील]] ठीक ऐसे ही बंद जलसंभर की एक खारी झील है। ऐसी झीलों पर प्रदुषण का भी बहुत बुरा असर पड़ता है क्योंकि प्रदूषक समुद्र में बह कर तितर-बितर होने की बजाय एकत्रित होकर बढ़ते ही रहते हैं।<ref name="unitednation"/>
 
अपनी भिन्न भौगोलिक और मौसमी परिस्थितियों के कारण अलग महाद्वीपों में बंद जलसंभारों की संख्या भी भिन्न है। [[ऑस्ट्रेलिया]] का लगभग २१% क्षेत्रफल बंद जलसंभरों का क्षेत्र है जबकि [[उत्तर अमेरिका]] में बंद जलसंभर केवल ५% क्षेत्र पर फैले हैं। पूरे विश्व का लगभग १८% ज़मीनी क्षेत्रफल बंद जलसंभरों से ग्रस्त है। दुनिया के सब से अधिक क्षेत्रफल वाले बंद जलसंभर एशिया के भीतरी इलाकों में पाए जाते हैं।<ref name=saline>{{cite book|url=http://books.google.com/books?id=NOdvPFm6SyoC&pg=PA18&lpg=PA18&dq=endorheic&source=web&ots=EWyVvVeOhm&sig=tNrylNMQCGu6bUCBTyo1HHlGDRc|title=Saline Lake Ecosystems of the World|publisher=Springer|accessdate=2007-07-31}}</ref>