"यम के प्राकृतिक उपग्रह": अवतरणों में अंतर
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==शैरन==
प्लूटो और शैरन का मेल [[सौर मण्डल]] में अनोखा है। शैरन का व्यास (डायामीटर) प्लूटो के आधे से ज़्यादा है और उसका [[द्रव्यमान]] प्लूटो का ११.६% है - जो सौर मण्डल में किसी उपग्रह-ग्रह की जोड़ी में सबसे अधिक है। तुलना के लिए [[पृथ्वी]] के [[चन्द्रमा]] का व्यास पृथ्वी का लगभग एक-चौथाई और द्रव्यमान पृथ्वी का केवल १.२% है। इस कारण से प्लूटो और शैरन का मिला हुआ [[द्रव्यमान केन्द्र]] का बिंदु प्लूटो के अन्दर नहीं बल्कि इन दोनों के बीच के खुले व्योम में पड़ता है और प्लूटो और शैरन दोनों इस बिंदु की परिक्रमा करते हैं। अगर खगोलशास्त्र की परिभाषाएँ सख्ती से लगाई जाएँ तो ऐसी स्थिति में दो [[खगोलीय वस्तुओं]] को ग्रह-उपग्रह न कहकर जुड़वाँ ग्रह कहा जाता है। फिर भी शैरन को प्लूटो का उपग्रह ही माना जाता है।
==निक्स और हाएड्रा==
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