"बर्बर भाषाएँ": अवतरणों में अंतर

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[[File:Berbers.png|thumb|230px|[[उत्तर अफ़्रीका]] के बर्बरी उपभाषाएँ बोलने वाले क्षेत्र - शिल्हा (हल्का नीला), कबाइली (लाल), मध्य तैमैज़िग़्त (गुलाबी), तरीफ़ित (पीला), शाविया (हरा), तुआरग (गाढ़ा नीला), [[नख़लिस्तान]] क्षेत्र (ओएसिस के क्षेत्र - नारंगी)]]
'''बर्बर भाषाएँ''' (बर्बर नाम: ⵜⴰⵎⴰⵣⵉⵖⵜ, तैमैज़िग़्त) [[उत्तर अफ़्रीका]] के [[बर्बर]] लोगों की मूल भाषाएँ हैं।
 
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*'''शिल्हा''' या '''ताशेलहित''' - इसे सब से अधिक [[एटलस पर्वतों]] के ऊँचे इलाकों में बोला जाता है और इसे बोलने वालों की संख्या क़रीब 80 लाख है
*'''कबाइली''' - इसे उत्तरपश्चिमी [[अल्जीरिया]] के कबाइली लोग बोलते हैं और इसके मातृभाषियों की संख्या 50 लाख से 70 लाख के बीच अनुमानित की जाती है
*'''मध्य तैमैज़िग़्त बर्बर''' - इसे मध्य [[मोरक्को]] में बोला जाता है और इसके मातृभाषियों की संख्या 30 लाख से 50 लाख के बीच अनुमानित की जाती है
*'''तरीफ़ित''' या '''रीफ़''' - इसे उत्तरी [[मोरक्को]] के "रीफ़" नाम के पहाड़ी क्षेत्र में बोला जाता है और इसके मातृभाषियों की संख्या 40 लाख अनुमानित की जाती है
*'''शाविया''' - इसे पूर्वी अल्जीरिया के शाविया लोग बोलते हैं और इसके मातृभाषियों की संख्या 20 लाख अनुमानित की जाती है