"चित्रलिपि": अवतरणों में अंतर

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हालांकि चीनी लिपि में भावचित्रों का प्रयोग होता है, फिर भी बहुत से शब्दों को इन भावचित्रों से सम्बंधित ध्वनियों को जोड़कर लिखा जाता है। अक्सर शब्दों में एक भावचित्र अर्थ का कुछ अंदाज़ा देता है और दूसरा ध्वनि बनाने में सहायक होता है। इसलिए चीनी लिपि वास्तव में चित्रलिपि और ध्वनि-आधारित लिपि का एक मिश्रित रूप है।<ref name="ref89gajup">{{cite web | title=The Chinese language: fact and fantasy | author=John DeFrancis | publisher=University of Hawaii Press, 1984 | isbn=9780824810689 | url=http://books.google.com/books?id=gQF8kvWmFJkC}}</ref>
 
उदाहरण के लिए चीनी में 沖 को 'चोंग' उच्चारित किया जाता है और इसका अर्थ है "'पानी का तेज़ बहाव या लहर"'। इसके बाएँ में तीन छोटी लकीरें हैं जिनका अर्थ "पानी" होता है। यह पानी से सम्बंधित अन्य शब्दों में भी पाई जाती हैं, जैसे कि 河 ('हे', अर्थ: नदी), 河 ('हु', अर्थ: झील) और 流 ('लिऊ', अर्थ: झरना)। चोंग (沖) के बाएँ में तो यह पानी का भावचित्र है लेकिन उसके दाएँ में 中 का चिन्ह है जिसका अर्थ 'बीच' है और जिसका उच्चारण 'जोंग' किया जाता है। जब इन दोनों भावचित्रों को मिलाकर 沖 लिखा जाता है तो पाठक को यह संकेत है की अर्थ के लिए बाएँ तरफ़ का चिन्ह देखो और ध्वनि के लिए दाएँ तरफ़ देखो। तो पाठक समझ जाता है कि यह पानी से सम्बंधित शब्द है जिसका उच्चारण 'जोंग' से मिलता-जुलता होगा। इस से वह भांप जाता है कि यह शब्द 'चोंग' है। ग़ौर कीजिये कि दाएँ तरफ़ के जोंग शब्द का अर्थ ('बीच') बिलकुल नहीं प्रयोग होता और बाएँ तरफ़ के पानी से सम्बंधित शब्द की ध्वनि बिलकुल नहीं प्रयोग होती।
 
==इन्हें भी देखें==