"वातरक्त": अवतरणों में अंतर

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{{otheruses4|'''गाउट'''|आर्थराइटिस|संधि शोथ|रूमेटी संधिशोथ|संधि शोथ }}
 
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'''वातरक्त''' या '''गाउट''' (Gout) होने पर रोगी को तीव्र प्रदाह संधिशोथ (acute inflammatory arthritis) का बार-बार दर्द उठता है। गाउट के अधिकांश मामलों में पैर के अंगूठे के आधार पर स्थित प्रपदिक-अंगुल्यस्थि (metatarsal-phalangeal) प्रभावित होती है। लगभग आधे मामले इसी के होते हैं, जिसे पादग्रा (podagra) कहते हैं। किन्तु यह गुर्दे की पथरी, यूरेट वृक्कविकृति (urate nephropathy) या टोफी (tophi) काके रूप में भी सामने आ सकती है। यह रोग [[रक्त]] में [[यूरिक अम्ल]] की मात्रा बढ़ जाने के कारण होता है। यूरिक अम्ल की बढ़ी हुई मात्रा [[क्रिस्टल]] के रूप में जोड़ों, कंडरा (tendons) तथा आसपास के ऊत्तकों पर जमा हो जाता है।
 
यह रोग [[पाचन क्रिया]] से संबंधित है। इसके संबंध खून में [[यूरिक अम्ल|मूत्रीय अम्ल]] का अत्यधिक उच्च मात्रा में पाए जाने से होता है। इसके कारण जोड़ों (प्रायः पादांगुष्ठ (ग्रेट टो)) में तथा कभी-कभी गुर्दे में भी क्रिस्टल भारी मात्रा में बढ़ता है। गठिया का रोग मसालेदार भोजन और शराब पीने से संबद्ध है।
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==चित्रदीर्घा==
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Image:The gout james gillray.jpg|गठिया का कार्टून, जेम्स गिलरे, १७९९
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File:Anton_van_Leeuwenhoek.png|एंटोनी वॉन ल्यूवेनहाक
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==इन्हें भी देखें==
*[[संधि शोथ|संधिशोथ]]
*[[अस्थिसंधिशोथ]] (ऑस्टियो-आर्थ्राइटिस)
 
== वाह्य सूत्र ==
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[[vi:Bệnh gút]]
[[zh:痛风]]
[[चित्र:उदाहरण.jpg]]