"तरंगरोध": अवतरणों में अंतर

 
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समुद्री लहरों में निहित [[ऊर्जा]] में ह्रास के लिये, तट से लगी हुई जो रुकावटें बनाई जाती हैं, उन्हें 'पन-ऊर्जा-तोड़' कहा जा सकता है। सरलता के लिये उन्हें '''तरंगरोध''' या '''पनतोड़''' (Break-water) कहते हैं। खुले हुए समुद्रतट पर स्थित [[पत्तन|बंदरगाहों]] की सुरक्षा पनतोड़ों द्वारा प्राप्त की जाती है। समुद्री लहरों में ऊर्जा बहुत बड़ी मात्रा में होती है ओर तूफानों में भारी से भारी तथा बड़े से बड़े पुश्ते भी विस्थापित हो जाते हैं, इसलिये बंदरगाहों की सुरक्षा के लिये पनतोड़ों के निर्माण पर बहुत व्यय किया जाता है।
 
==श्रेणियाँ==
==श्रेणीयाँ==
निर्माणविधि व निर्माणसामग्री के आधार पर पनतोड़ों को तीन श्रेणियों में बाँटा जा सकता है:
 
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1. इस प्रकार के पनतोड़ का कार्य तूफान की लहरों को पलटना है, ताकि वह दीवार के दूसरी ओर न जा सके।
 
2. यदि लहर की दिशा तथा पनतोड़ के संरेखण में 45रू45 डिग्री से अधिक का कोण हो तो लहर पलट जाती है। यदि कोण 45रू45 डिग्री से कम हो तो वह पनतोड़ को क्षति पहुँचा सकती है।
 
3. ढालवाँ पनतोड़ हर प्रकार की समुद्रतली पर बनाया जा सकता है, परंतु खड़ा पनतोड़ केवल पक्की नींव पर, जिसके तल रदन का अंदेशा न हो, बनाया जा सकता है।