"तरंगरोध": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) नया पृष्ठ: 300px|right|thumb|डोलोसी में समुद्र के किनारे बना तरंगरोध सम... |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 3:
समुद्री लहरों में निहित [[ऊर्जा]] में ह्रास के लिये, तट से लगी हुई जो रुकावटें बनाई जाती हैं, उन्हें 'पन-ऊर्जा-तोड़' कहा जा सकता है। सरलता के लिये उन्हें '''तरंगरोध''' या '''पनतोड़''' (Break-water) कहते हैं। खुले हुए समुद्रतट पर स्थित [[पत्तन|बंदरगाहों]] की सुरक्षा पनतोड़ों द्वारा प्राप्त की जाती है। समुद्री लहरों में ऊर्जा बहुत बड़ी मात्रा में होती है ओर तूफानों में भारी से भारी तथा बड़े से बड़े पुश्ते भी विस्थापित हो जाते हैं, इसलिये बंदरगाहों की सुरक्षा के लिये पनतोड़ों के निर्माण पर बहुत व्यय किया जाता है।
==श्रेणियाँ==
निर्माणविधि व निर्माणसामग्री के आधार पर पनतोड़ों को तीन श्रेणियों में बाँटा जा सकता है:
पंक्ति 28:
1. इस प्रकार के पनतोड़ का कार्य तूफान की लहरों को पलटना है, ताकि वह दीवार के दूसरी ओर न जा सके।
2. यदि लहर की दिशा तथा पनतोड़ के संरेखण में
3. ढालवाँ पनतोड़ हर प्रकार की समुद्रतली पर बनाया जा सकता है, परंतु खड़ा पनतोड़ केवल पक्की नींव पर, जिसके तल रदन का अंदेशा न हो, बनाया जा सकता है।
|