"उपसहसंयोजक यौगिक": अवतरणों में अंतर

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[[रसायन विज्ञान]] में '''उपसहसंयोजक यौगिक''' (coordination complex या metal complex) उन यौगिकों को कहते हैं जिनमें कोई परमाणु या आयन (प्रायः धात्विक) उसको घेरे हुए अणुओं या धनायनों के व्यूह (array ) से जुड़ा हो। बहुत से धातु-युक्त यौगिक उपसहसंयोजक यौगिक ही हैं।
 
'उपसहसंयोजक यौगिक' का और अधिक व्यापक परिभाषा यह है -
: उपसहसंयोजक यौगिक वह है जिसमें कोई परमाणु अपने आक्सीकरण संख्या से भी अधिक संख्या वाली रासायनिक वस्तुओं (chemical species) से बन्धन बनाता है।
 
अनेकों प्रकार के उपसहसंयोजक यौगिक मौजूद हैं जिनमें जलीय विलयन में धातु (जल के अणुओं से उपसहसंयोजित) से लेकर विभिन्न जैवरासायनिक प्रक्रियाओं में भाग लेने वाले जटिल धात्विक एंजाइम आदि हैं।
 
उपसहसंयोजक बन्ध तब बनता है जब साझेदारी में जब एक ही तत्व द्वारा दोनों इलेक्ट्रान दिये जायँ। जो तत्व इलेक्ट्रान युग्म
देता है वह दाता (donor) है और दूसरा वाला ग्राही (acceptor) है। इसे प्राय: तीर द्वारा (->) प्रदर्शित किया जाता है। यथा-हाइड्रोजन पराक्साइड, सल्फर डाइआक्साइड, हाइड्रोनियम आयन, फेरोसायनाइड आदि इसके कुछ उदाहरण हैं।
 
==परिचय==
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ऐल्फा-ऐमिना अम्ल अनेक धातुओं के हाइड्रॉक्साइडों से अधिक क्रिया कर बहुत स्थायी योगिक बनाता है। इनमें अम्ल और ऐमिनो दोनों समूह धातु से संयुक्त होकर, कीलेट वलय बनाते हैं। यदि उपसहसंयोजकता-संख्या बंधुता से दुगुनी है, तो ऐसे यौगिक अनायनित (non-ionic) होते हैं और इन्हें 'आंतर लवण' (Inner salt) कहते हैं। ऐसे आंतर लवण कुछ हाइड्रॉक्सी अम्लों और डाइकीटोनों से भी बनते हैं। ऐसे यौगिक जल में अविलेय होने पर, कार्बनिक विलायकों में विलेय होते हैं। ये भाप में वाष्पशील भी होते हैं। कच्चे चमड़े पर क्रोमियम लवणों से चर्मशोधन में कुछ ऐसी ही क्रिया क्रोमियम लवण और चमड़े के पॉलिपेप्टाइडों के बीच होती है। चर्म का शोधन होना ऐसे ही आंतर लवण बनने के कारण समझा जाता है।
 
==संरचना==
{| class="wikitable"
|-
! उपसहसंयोजतओं<br />की संख्या
! स्वरूप
! ज्यमिति
! उदाहरण एवं टीका
|-
! 2
| रैखिक
| [[File:Linear-3D-balls.png|100px]]
| [CuCl<sub>2</sub>]<sup>–</sup>, [Ag(NH<sub>3</sub>)<sub>2</sub>]<sup>+</sup>
|-
! 3
| एकतलीय त्रिभुजाकार
| [[File:Trigonal-3D-balls.png|100px]]
| molto rara<br /><br />[HgI<sub>3</sub>]<sup>−</sup>
|-
! 4
| चतुष्फलकीय
| [[File:Tetrahedral-3D-balls.png|100px]]
| piuttosto comune<br /><br />[ReO<sub>4</sub>]<sup>2–</sup>, [[Ni(CO)4|Ni(CO)<sub>4</sub>]]
|-
! 4
| एकतलीय चतुर्भुजाकार
| [[File:Square-planar-3D-balls.png|100px]]
| [[Tetrafluoruro di xeno|XeF<sub>4</sub>]], [AuCl<sub>4</sub>]<sup>–</sup>, [PtCl<sub>4</sub>]<sup>2–</sup>
|-
! 5
| त्रिभुजीय द्विकपिरैमिडाकार
| [[File:Trigonal-bipyramidal-3D-balls.png|100px]]
| [CdCl<sub>5</sub>]<sup>3–</sup>, [[Fe(CO)5|Fe(CO)<sub>5</sub>]]
|-
! 5
| चतुर्भुजीय पिरैमिड
| [[File:Square-pyramidal-3D-balls.png|100px]]
| [NbCl<sub>4</sub>(O)]<sup>–</sup>, [V(acac)<sub>2</sub>(O)]
|-
! 6
| अष्टफलकी
| [[File:Octahedral-3D-balls.png|100px]]
| la più comune<br /><br />[Cr(H<sub>2</sub>O)<sub>6</sub>]<sup>3+</sup>, [Fe(CN)<sub>6</sub>]<sup>3–</sup>
|-
! 7
| पंचभुजीय द्विकपिरैमिड
| [[File:Pentagonal-bipyramidal-3D-balls.png|100px]]
| rara<br /><br />[Nb(O)(ox)<sub>3</sub>]<sup>3–</sup>
|-
! 8
| चतुर्भुजीय एंटिप्रिज्मैटिक
|
| [Mo(CN)<sub>8</sub>]<sup>4–</sup>, [ReF<sub>8</sub>]<sup>2–</sup>
|}
 
 
==सन्दर्भ==