नया पृष्ठ: {{Geobox|Desert |name = रुब अल-ख़ाली |native_name = {{Nastaliq|ur|الربع الخالي}} |other_name = |category = रेगिस्तान |i...
 
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[[File:Rub' al Khali (Arabian Empty Quarter) sand dunes imaged by Terra (EOS AM-1).jpg|thumb|230px|अंतरिक्ष से ली गई रुब अल-ख़ाली में रेत के टीलों की तस्वीर]]
[[File:Rub al Khali 002.JPG|thumb|230px|रेत के टीले]]
[[File:Rub al khalid sunset nov 07.JPG|thumb|230px|रुब अल-ख़ाली में डूबता सूरज]]
'''रुब अल-ख़ाली''' (<small>[[अरबी भाषा|अरबी]]: {{Nastaliq|ur|الربع الخالي}}, [[अंग्रेज़ी]]: Rub' al-Khali</small>), जिसका मतलब 'ख़ाली क्षेत्र' होता है, दुनिया का सबसे बड़ा रेत का [[रेगिस्तान]] है (अधिकतर रेगिस्तानों में रेत, पत्थरों और पहाड़ों का मिश्रण होता है)। [[अरबी प्रायद्वीप]] का दक्षिणी एक-तिहाई इलाक़ा इसमें आता है, जिसमें [[सउदी अरब]] का अधिकार क्षेत्रफल तथा [[ओमान]], [[संयुक्त अरब अमीरात]] व [[यमन]] के कुछ भाग शामिल हैं। इसका क्षेत्रफल लगभग ६,५०,००० वर्ग किमी है, यानि [[राजस्थान]] और [[मध्य प्रदेश]] राज्यों को मिलाकर जितना बनता है।
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रुब अल-ख़ाली के बीच कुछ उठे हुए और सख़्त कैल्शियम कार्बोनेट, हरसौंठ और चिकनी मिटटी के क्षेत्र हैं जिनपर कभी झीलें हुआ करती थी और अब सिर्फ़ उनके सूखे फ़र्श रह गए हैं। इन फ़र्शों का अध्ययन करके ज्ञात हुआ है कि यह ९६०० ईसापूर्व से ५८०० ईसापूर्व काल में पानी से भरी थी। और अध्ययन से पता लगा है कि यहाँ झीलें दो युगों में बनी हैं: पहले ३७,००० से १७,००० वर्ष पूर्व और फिर १०,००० से ५,००० वर्ष पूर्व। यहाँ पानी क्यों आया, इस बात को लेकर वैज्ञानिकों में विवाद है। एक धारणा है कि उस काल में आमतौर से [[भारतीय उपमहाद्वीप]] पर आने वाला दक्षिणपश्चिमी [[मानसून]] हटकर कभी-कभार यहाँ बरसने लगा था।<ref name="ref40vidod">[http://books.google.com/books?id=3zOlYZmJiiAC Profumi d'Arabia], Alessandra Avanzini (editor), pp. 253, L'Erma di Bertschneider, 1997, ISBN 9788870629750, ''... McClure has obtained sixteen C-14 dates from Rub al Khali lake beds bracketing an active period between 9600-5800 B.P. He suggests that the southwest monsoon was displaced in a northerly direction during this period ...''</ref> यहाँ अधिकतर स्थानों पर तो इन झीलों के केवल कुछ ही वर्षों तक अस्तित्व में थीं लेकिन रुब अल-ख़ाली के दक्षिणपश्चिमी मुनदाफ़ेन​ क्षेत्र में तुवइक़​ पहाड़ियों के घाट के बहने वाले पानी के कारण कुछ झीलें शायद ८०० साल तक बनी हुई थीं।<ref name = Lakes>[http://www.saudiaramcoworld.com/issue/198903/lakes.of.the.rub.al-khali.htm Lakes of the Rub' al-Khali], Arthur Clark, Pages 28–33, May/June 1989 print edition, Saudi Aramco World, ISSN 0003-7567, Accessed 22 August 2010,''... He speculates that the summer monsoon moved to the north twice in recent geological history, most likely creating lakes in what he calls 'one-time fill-up incidents.' 'It would rain like hell one monsoon season and then not rain in a particular area for the next 10 or 100 years,' he says ...''</ref>
 
इन झीलों के सहारे यहाँ कभी तरह-तरह के जीव रहते थे। क्षेत्र में [[दरियाई घोड़े]], [[भैसेभैंसे]] और लम्बी-सींगों वाली [[गाय]] के [[जीवाश्म]] (फ़ासिल), पानी में रहने वाले [[जल घोंघा]] जैसे सरल जीवों के चिह्न और काई और अन्य पौधों के उगने के निशान मिले हैं। यहाँ ३०००-२००० साल पूर्व मानवों के होने के भी कुछ चिह्न हैं (जैसे कि पत्थरों के औज़ार) लेकिन मानवों के शरीर अवशेष बिलकुल नहीं मिले हैं।<ref name = Lakes/>
 
==जीव==