"बीजोपचार": अवतरणों में अंतर

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फसलों के रोग मुख्यतः [[बीज]], मिट्टी तथा हवा के माध्यम से फैलते हैंl फसलों को बीज-जनित एवं मृदा-जनित रोगों से बचाने के लिए बीजों को बोने से पहले कुछ रासायनिक दवाओं एवं पोषक तत्वों की उपलब्धता बढाने के लिए कुछ [[जैव उर्वरक|जैव उर्वरकों]] से उपचारित किया जाता है। इसे '''बीजोपचार''' (seed treatment या seed dressing) कहते हैं।
 
==बीजोपचार से लाभ==
* अधिक अंकुरण
* अधिक प्रबल पौधे
* आरम्भिक रोगों का प्रभावी नियंत्रण
* स्वस्थ पौधों की संख्या अधिक होती है।
 
==सावधानियाँ==
 
१. बीजोपचार हेतु खरीदे गए रसायन की अंतिम तिथि अवश्य देख लें l
 
२. रोग के अनुसार ही सम्बंधित रसायन का चयन करें
 
३. रसायन का प्रयोग संस्तुत मात्रा में ही करना चाहिए, कम या अधिक मात्रा में नहीं l
 
४. बीजोपचार के बाद उपचारित बीज को कभी भी खुली धुप में नहीं सुखाना चाहिए अपितु छायादार स्थान पर ही सुखाना चाहिए l
 
५. बीजोपचार के बाद उपचारित बीज को ४ घंटे के अंदर बुवाई कर देना चाहिए l
 
६. बीज शोधन के समय हाथ में दस्ताने तथा चहरे पर साफ कपड़ा बांधना चाहिए बीज शोधन के पश्चात हाथ-पाँव व चहरा साबुन से भली-भांति धोना चाहिए l
 
==बाहरी कड़ियाँ==