"प्रत्यक्ष वर्णक्रम": अवतरणों में अंतर

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'''प्रत्यक्ष वर्णक्रम''' या '''दृष्य वर्णक्रम''' [[विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम]] का एक भाग है, जो मानवीय चक्षुओं को दिखाई देता है। इस श्रेणी की विद्युत चुम्बकीय तरंगों को [[प्रकाश]] कहते हैं । एक आदर्श मानवी चक्षु वायु में देखती है 380 नैनोमीटर से 750 नैनोमीटर तरंगदर्घ्य की प्रकाश को देख सकती है।<ref>053446226X{{cite book | title = Biology: Concepts and Applications | author = Cecie Starr | publisher = Thomson Brooks/Cole | year = 2005 | isbn = | url = http://books.google.com/books?id=RtSpGV_Pl_0C&pg=PA94&dq=380+750+visible+wavelengths&as_brr=3&ei=g7x0R5erIISOsgOtsLGeBw&ie=ISO-8859-1&sig=wJ7g0EcU-QUF29vfvl36YNg-FtU }}</ref>[[Electromagnetic radiation]] । इसके अनुसार जल में और अन्य माध्यमों में यह उस माध्यम के अपवर्तन गुणांक [[(refractive index]]) के गुणक में दृश्यता घट जाती है । [[आवृत्ति]] के अनुसार, यह 400-790 [[टैरा हर्ट्ज]] के बराबर की पट्टी में पङता है । आँख द्वारा देखे गए प्रकाश की अधिकतम संवेदनशीलता 555&nbsp;nm (540 THz) होती है (वर्णक्रम के हरे क्षेत्र में) । वैसे वर्णक्रम में वे सभी रंग नहीं होते जो कि मानवी आँख या मस्तिष्क देख या पहचान सकता है जैसे [[भूरा]], [[गुलाबी]] या [[रानी]] अनुपस्थित हैं। यह इसलिए क्योंकि ये मिश्रित तरंग दैर्घ्य से बनते हैं, खासकर [[लाल]] के छाया ।
 
[[चित्र:Srgbspectrum.png|centre|प्रत्यक्ष प्रकाश के वर्णक्रम का sRGB अनुवाद]]