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== शिक्षण एवं अनुसंधान ==
डॉ कपिल कपूर पिछले ५२ वर्षों से शिक्षण के क्षेत्र में हैं। उन्के मार्गदर्शन में ४१ शोधार्थियों को पीएचडी एवं ३६ को एम-फिल की उपाधि मिल चुकी है। १९९६ से १९९९ तक वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय] के भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अध्ययन विद्यालय के डीन रहे तथा १९९९ से २००२ तक इस विश्वविद्यालय के रेक्टर रहे। उनकी शिक्षण एवं अनुसंधान गतिविधियों में साहित्यिक एवं भाषायी सिद्धान्त (भारतीय एवं पाश्चात्य) , भाषा-दर्शन, १९वीं शताब्दी के ब्रिटेन का जनजीवन, साहित्य एवं विचार, भारतीय बौद्धिक परम्पराएँ, आदि शामिल हैं। इन विषयों पर उन्होने जमकर लिखा है। सन २००५ में वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय स्जीएसे स्न्यूएवानिव्र्तसेवानिवृत्त हुए।
 
== प्रकाशित पुस्तकें ==