"ध्वनि का वेग": अवतरणों में अंतर

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किसी माध्यम (जैसे हवा, जल, लोहा) में [[ध्वनि]] १ सेकेण्ड में जितनी दूरी तय करती है उसे उस माध्यम में '''ध्वनि का वेग''' कहते हैं। शुष्क वायु में 20 °C (68 °F) पर ध्वनि का वेग 343.59 मीटर प्रति सेकेण्ड है।
 
: वेग = अवृत्ति x तरंगदैर्घ्य
 
== विभिन्न माध्यमों में ध्वनि का वेग ==
गैसों मेम ध्वनि के वेग का सूत्र यह है-
:<math>v = \sqrt{\frac {\gamma{R}{T}}{M}}</math>
 
जहाँ
:γ [[समऐन्ट्रॉपिक प्रसार गुणांक]] (isentropic expansion factor) या रुद्धोष्म गुणांक,
:''R'' [[सार्वत्रिक गैस नियतांक]]
: ''T'' तापमान ([[केल्विन]] में
: M गैस का [[अणुभार]] है।
सामान्य ताप और दाब पर इनके मान निम्नलिखित हैं-
:γ = 1,4 (वायु के लिये)
:''R'' = 8,314 J/mol·K = 8,314 kg·m<sup>2</sup>/mol·K·s<sup>2</sup>
:''T'' = 293,15 K (20&nbsp;°C)
:''M'' = 0,029 kg/mol (वायु के लिये)
 
[[आदर्श गैस समीकरण]] का प्रयोग करने पर,
:<math>PV ={\frac {{m}}{M}}{R}{T}</math>
 
जहाँ ''P'' गैस का दाब ([[पास्कल]] में), ''V'' गैस का आयतन ( m<sup>3</sup> में) और ''m'' गैस का द्रव्यमान है। इससे ध्वनि के वेग का निम्नलिखित सूत्र प्राप्त होता है-
 
:<math>v = \sqrt{\frac{\gamma{P}}{\rho}}</math>
जहाँ ''ρ'' माध्यम का [[घनत्व]] ( kg/m<sup>3</sup> में) है।
 
==इन्हें भी देखें==