"रिक्टर पैमाना": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Earthquake Richter Scale hindiCharlesRichter.jpg|right|thumb|250px200px|चार्ल्स रिक्टर स्केल भूकंप मापी मानक पैमाना]]
'''रिक्टर पैमाना''' ([[अंग्रेज़ी]]:''Richter magnitude scale'') [[भूकंप]] की [[तरंग|तरंगों]] की तीव्रता मापने का एक [[गणित|गणितीय]] पैमाना है। किसी भूकम्प के समय भूमि के कम्पन के अधिकतम आयाम और किसी यादृच्छ (आर्बिट्रेरी) छोटे आयाम के अनुपात के [[साधारण लघुगणक]] को 'रिक्टर पैमाना' कहते हैं। रिक्टर पैमाने का विकास १९३० के दशक में किया गया था। १९७० के बाद से भूकम्प की तीव्रता के मापन के लिये रिक्टर पैमाने के स्थान पर 'आघूर्ण परिमाण पैमाना' (Moment Magnitude Scale (MMS)) का उपयोग किया जाने लगा।
[[चित्र:CharlesRichter.jpg|right|thumb|300px|चार्ल्स रिक्टर]]
'''रिक्टर पैमाना''' ([[अंग्रेज़ी]]:''Richter magnitude scale'') [[भूकंप]] की [[तरंग|तरंगों]] की तीव्रता मापने का एक [[गणित|गणितीय]] पैमाना है। इसका पूरा नाम '''रिक्टर परिमाण परीक्षण पैमाना''' (''रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल'') होता है और लघु रूप में ''स्थानिक परिमाण'' (लोकल मैग्नीट्यूड) ('''''<math>M_L</math>''''') लिखते हैं।
 
'''रिक्टररिक्तर पैमाना''पैमाने' ([[अंग्रेज़ी]]:''Richter magnitude scale'') [[भूकंप]] की [[तरंग|तरंगों]] की तीव्रता मापने का एक [[गणित|गणितीय]] पैमाना है। इसका पूरा नाम '''रिक्टर परिमाण परीक्षण पैमाना''' (''रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल'') होता है और लघु रूप में इसे ''स्थानिक परिमाण'' (लोकल मैग्नीट्यूड) ('''''<math>M_L</math>''''') लिखते हैं।
इस पैमाने पर भूकंप से निकली हुई भूगर्भीय ऊर्जा की मात्रा के मापन हेतु एक संख्या से दर्शाया जाता है। यह आधार-दस का [[लघुगणक]] आधारित पैमाना होता है, जो [[वुड-एंडर्सन टॉर्ज़न सीज़्मोमीटर]] आउटपुट के सर्वाधिक विस्थापन का संयुक्त क्षैतिज [[आयाम]] (एम्प्लिट्यूड) का लघुगणक निकालने पर मिलता है।
 
==परिचय==
इस पैमाने पर भूकंप से निकली हुई भूगर्भीय ऊर्जा की मात्रा के मापन हेतु एक संख्या से दर्शाया जाता है। यह आधार-दस का [[लघुगणक]] आधारित पैमाना होता है, जो [[वुड-एंडर्सन टॉर्ज़न सीज़्मोमीटरभूकम्पमापी]] के आउटपुट के सर्वाधिक विस्थापन का संयुक्त क्षैतिज [[आयाम]] (एम्प्लिट्यूड) का लघुगणक निकालने पर मिलता है।
[[चित्र:Ondas sísmicas s p.svg|right|thumb|200px|भूकम्पमापी द्वारा एक भूकम्प के समय लिया गया आरेख]]
:<math>M_\mathrm{L}=\log_{10}\left(\frac{A_{\max}}{A_{0}}\right)</math>,
उदाहरण के लिए रिक्टर पैमाने पर मापे गये ५.० तीव्रता के एक भूकम्प का कंपन आयाम उसी पैमाने पर आंके गये ४.० तीव्रता के भूकंप के आयाम का दस गुणा अधिक होगा। ''स्थानिक परिमाण'' यानि लोकल मैग्नीट्यूड (<math>M_L</math>) की प्रभावी मापन सीमा लगभग ६.८ होती है। भूकंप की तरंगों को रिक्टर स्केल १ से ९ तक के अपने मापक पैमाने के आधार पर मापता है। भूकंप द्वारा उत्सर्जित [[ऊर्जा]], जो उसके द्वारा किये गये विध्वंस से सीधे संबंधित होती है, कंपन आयाम की {{frac|३|२}} पावर के अनुपात में होती है। अतः परिमाण में १.० का अंतर ३१.६ (<math>=({10^{1.0}})^{(3/2)}</math>) गुणा उत्सर्जित ऊर्जा के सदृश होता है। इसी प्रकार परिमाण में २.० का अंतर १००० (<math>=({10^{2.0}})^{(3/2)}</math>) उत्सर्जित ऊर्जा के समान होता है।<ref>[http://earthquake.usgs.gov/learning/topics/richter.php यू.एस.जी.एस:द रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल]</ref>