"कल्याण सिंह": अवतरणों में अंतर

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'''कल्याण सिंह''' (जन्म 1932) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वो वर्तमान में राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल हैं। इससे पहले वो [[उत्तर प्रदेश]] के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को हुआ। उनके पिता का नाम तेजपाल सिंह लोधी और माता का नाम सीता था। वो दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उन्हें 26 अगस्त 2014 को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया।<ref>http://presidentofindia.nic.in/press-release-detail.htm?1064</ref> उन्हें कट्टरपंथी हिन्दुत्व वादी के रूप में जाना जाता है और [[बाबरी मस्जिद विध्वंस]] में उनका कार्य विवादास्पद है।
'''कल्याण सिंह''' एक [[भारत|भारतीय]] राजनेता है। वे वर्तमान मेँ [[राजस्थान के राज्यपाल]] हैं और [[उत्तर प्रदेश]] के [[मुख्यमंत्री]] रह चुके हैं।
 
==राजनीतिक जीवन==
==जन्म==
===पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री===
[[अलीगढ़]], 5 जनवरी 1932। in lodha rajput family
वो जून १९९१ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। [[बाबरी मस्जिद]] विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये ६ दिसम्बर १९९२ को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया।
===बाबरी मस्जिद विध्वंश के बाद===
वो १९९३ के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में अत्रौली और कास्गंज से विधायक निर्वाचित हुये। चुनावों में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरा लेकिन [[मुलायमसिंह यादव]] के नेतृत्व में समाजवादी-बहुजन समाज पार्टी ने गठबन्धन सरकार बनायी।<ref>[http://www.niticentral.com/2012/11/kalyan-singh-ayodhya-and-hindu-resurgence.html Kalyan Singh, Ayodhya and Hindu resurgence] Niti Central - 25 November 2012</ref> विधान सभा में कल्याण सिंह विपक्ष के नेता बने।
 
वो सितम्बर १९९७ से नवम्बर १९९९ तक पुनः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।<ref>{{cite web|title=Sibal alleges fertilizer scam in Uttar Pradesh |url=http://www.thehindu.com/todays-paper/tp-national/sibal-alleges-fertilizer-scam-in-uttar-pradesh/article1837080.ece |publisher=द हिन्दू |language=अंग्रेज़ी |date=३ मई २००७ |accessdate=१९ जून २०१५}}</ref>
==शिक्षा==
बी० ए०, एल० टी०, [[आगरा विश्वविद्यालय]]।
 
२१ अक्टूबर १९९७ को [[बहुजन समाज पार्टी]] (बसपा) ने कल्याण सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया। कल्याण सिंह पहले से ही कांग्रेस विधायक नरेश अग्रवाल के सम्पर्क में थे और उन्होंने तुरन्त शीघ्रता से नयी पार्टी लोकतांत्रिक कांग्रेस का घटन किया और २१ विधायकों का समर्थन दिलाया।<ref name="Sultan">{{cite web|url=http://www.rediff.com/news/1998/feb/21up.htm|title=Kalyan Singh sacked, Jagdambika Pal CM |work=रीडिफ डॉट कॉम |date=21 फ़रवरी 1998|accessdate=१९ जून २०१५}}</ref> इसके लिए उन्होंने नरेश अग्रवाल को ऊर्जा विभाग का कार्यभार सौंपा।
==कार्यक्षेत्र==
[[कृषि]], [[राजनीति]], [[साहित्य]], समाजसेवा एवं [[शिक्षा]]।
 
दिसम्बर १९९९ में कल्याण सिंह ने पार्टी छोड़ दी और जनवरी २००४ में पुनः भाजपा से जुड़े।<ref>{{cite web|url=http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2012-12-17/india/35867835_1_kalyan-singh-kalraj-misra-bjp-leaders|title=Kalyan Singh's homecoming to BJP after January 14 - The Times of India|last=Srivastava|first=Rajiv|date=17 दिसम्बर 2012|work=टाइम्स इंटरनेट |publisher=टाइम्स ऑफ़ इंडिया |agency=TNN|accessdate=19 जून 2015|language=अंग्रेज़ी}}</ref> २००४ के आम चुनावों में उन्होंने बुलन्दशहर से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा। २००९ में उन्होंने पुनः भाजपा को छोड़ दिया और एटा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय सांसद चुने गये।
==शिक्षक==
कुछ समय के लिए अध्यापक रहे थे।
 
===राज्यपाल===
==राजनीति==
सिंह ने ४ सितम्बर २०१४ को राजस्थान के राज्यपाल पद की शपथ ली।<ref>{{cite web|url=http://indianexpress.com/article/india/politics/kalyan-singh-sworn-in-as-rajasthan-governor/#sthash.EUE3wkPq.dpuf|title=Kalyan Singh sworn-in as 20th Governor of Rajasthan|date=4 September 2014|work=[[द इंडियन एक्सप्रेस]]|agency=PTI|accessdate=19 जून 2015|language=अंग्रेज़ी}}</ref> उन्हें जनवरी २०१५ में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया।<ref>{{cite web|title=Kalyan Singh to take additional charge as HP Governor |url=http://zeenews.india.com/news/himachal-pradesh/kalyan-singh-to-take-additional-charge-as-hp-governor_1537162.html |publisher=ज़ी न्यूज़ |date=२७ जनवरी २०१५ |accessdate=१९ जून २०१५ |language=अंग्रेज़ी}}</ref>
वर्ष 1962 में राष्ट्र नेता एवं विख्यात राजनैतिक चिन्तक [[पंडित दीनदयाल उपाध्याय]] के विचारों से प्रेरित होकर राजनीति में प्रवेश किया। संसदीय विषयों के अच्छे ज्ञाता होने के साथ ही वे प्रभावशाली वक्ता भी हैं। वर्ष 1967, 1969, 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993, 1996 व 2002 में दसवीं बार उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य निर्वाचित।
 
उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में 4 जुलाई 1977 से 11 फ़रवरी 1979 तक स्वास्थ्य मंत्री। दो बार (1991 तथा 1997) में [[उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री]]।
वर्ष 1980 में [[भारतीय जनता पार्टी]] के प्रदेश महामंत्री।
 
दो बार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (1984 व 1987)।
 
उत्तर प्रदेश विधान सभा में नेता विरोधी दल 4 दिसम्बर 1993 से 12 जून 1995 तक रहे। लोक सभा सदस्य 2004 एवं 2009।
 
राज्य विधान सभा में भाजपा विधान मण्डल दल के नेता तथा भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष रहे। जनसंघ एवं भारतीय जनता पार्टी के जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर के विभिन्न संगठनात्मक पदों पर रहते हुए उन्होंने अपनी संगठन क्षमता और कार्य कुशलता की जबरदस्त छाप छोड़ी। किसानों, मजदूरों और जनता की समस्याओं के लिए सात बार जेल गये तथा आपातकाल में 20 माह तक जेल की कठोर सजा काटी।
 
==साहित्यिक==
साहित्य के प्रति गहरी अभिरूचि है तथा स्वयं एक रचनाकार और संवेदनशील व्यक्ति हैं। आपातकाल में वाराणसी जेल में उनके द्वारा 12 गीतों की रचना की गई। भाजपा का ''किसान गीत '' भी उन्हीं के द्वारा रचित है।
 
==विदेश यात्रा==
स्वास्थ्य मंत्रियों के प्रतिनिधि मण्डल के सदस्य के रूप में आपने थाईलैण्ड, इंडोनेशिया तथा सिंगापुर की यात्रा की।
 
कल्याण सिंह ने अपनी प्रशासनिक क्षमता और कर्मठता के फलस्वरूप एक नयी छवि का निर्माण किया। वह प्रबल इच्छा शक्ति तथा दृढ़ संकल्प के धनी हैं।
 
== सन्दर्भ ==