"गुरुत्व केन्द्र": अवतरणों में अंतर

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| '''Paso 1:''' मान लीजिये आपके पास कोई 2D वस्तु है (किसी भी आकार की)।
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| '''Paso 2:''' इस वस्तु को एक ऐसे बिन्दु से लटकाएँ जो इसके एकदम किनारे स्थित हो। इस स्थिति में, वस्तु के ऊपर उर्ध्वाधर रेखा (लटकाने वाले धागे की स्थिति) को किसी चीज से निशान बना दीजिये।
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| '''Paso 3:''' अब वस्तु को किसी अन्य बिन्दु से लटकायें जो पहले वाले बिन्दु के बहुत निकट न हो। फिर से उर्ध्वाधर धागे की स्थिति पर एक निशान लगा दीजिये। पहले खींचा गया निशान और दूसरी बार खींचा गया निशान जहाँ एक दूसरे को काटते हैं वही बिन्दु इस 2D वस्तु का गुरुत्व केन्द्र है।
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[[भौतिकी]] में, किसी पिण्ड का '''गुरुत्व केन्द्र''' (center of gravity) वह बिन्दु है जिसको उस पिण्ड के गुरुत्वीय अन्तर्क्रियाओं के लिये मोटे तौर पर उपयोग किया जा सकता है। एकसमान गुरुत्वीय क्षेत्र में स्थित किसी पिण्ड का [[संहति-केन्द्र]] ही उसका गुरुत्व केन्द्र भी होगा। यह बात धरती के तल के निकट स्थित छोटे पिण्डों के लिये बहुत सीमा तक ठीक बैठती है अतः उनके संहति-केन्द्र और गुरुत्व केन्द्र को व्यवहार में एक ही बिन्दु पर स्थित माना जा सकता है।