"धर्म के लक्षण": अवतरणों में अंतर

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''(धैर्य, क्षमा, संयम, चोरी न करना, शौच (स्वच्छता), इन्द्रियों को वश मे रखना, बुद्धि, विद्या, सत्य और क्रोध न करना ; ये दस धर्म के लक्षण हैं।)''
 
== याज्ञवल्क्य ==
== याज्ञवक्य ==
याज्ञवल्क्य ने धर्म के '''नौ''' (9) लक्षण गिनाए हैं: