"अमरकोश": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट: वर्तनी सुधार परियोजना के अनुसार वर्तनी सुधारी। |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
||
पंक्ति 29:
अमरकोष पर आज तक ४० से भी अधिक टीकाओं का प्रणयन किया जा चुका है। उनमें से कुछ प्रमुख टीकाएँ निम्नलिखित हैं –
*१. '''अमरकोशोद्घाटन'''
*२. '''टीका सर्वस्व'''
*३. '''कामधेनु'''
*४. '''रामाश्रमी '''-: इस टीका के रचनाकार [[भट्टोजि दीक्षित]] के पुत्र [[भानुजि दीक्षित]] हैं। इस टीका का वास्तविक नाम ’व्याख्या सुधा’ है। संन्यास लेने के बाद भानुजि ने अपना नाम रामाश्रम रख लिया। उनके नाम के आधार पर यह टीका “रामाश्रमी टीका” के नाम से प्रसिद्ध हुई। आज यह प्रायः इसी नाम से जानी जाती है।
पंक्ति 41:
: '''सर्वाणि नामानि आख्यातजानि।'''
इसी सिद्धान्त का पालन करते हुए
== अमरकोश के कुछ श्लोक ==
|