"बृहज्जातकम्": अवतरणों में अंतर
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==संरचना==
मूल ग्रन्थ [[संस्कृत]] में है जिसमें २८ अध्यायों में ४०७ [[श्लोक]] हैं।
==इन्हें भी देखें==
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