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==पृष्टभूमि==
[[वियना कांग्रेस|वियना संधि]] से ही चारों बड़ी शक्तियां- [[ब्रिटेन]], [[आस्ट्रिया]], [[प्रशा]] और [[रूस]] संतुष्ट नहीं थे। वे चाहते थे कि वियना समझौते को स्थायी बनाये रखने और यूरोप में स्थायी शान्ति-व्यवस्था बनाये रखने के लिए किसी अंतर्राष्ट्रीय संस्था की आवश्यकता है। उनकी यह धारणा थी कि यदि युद्धों के दौरान परस्पर सहयोग और सद्भावनाएं हो सकती हैं तो शान्तिकाल में भी यह संभव है। इस अंतर्राष्ट्रीय उत्तरदायित्व को समझते हुए दो योजनाएँ प्रस्तुत की गयीं- (1) पवित्र संघ, (2) यूरोपीय संयुक्त व्यवस्था।
 
== पवित्र संघ ==