"कक्षीय राशियाँ": अवतरणों में अंतर

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दूसरी दो राशियाँ उस कक्षीय समतल (orbital plane) के बारे में बताती हैं जिसमें कक्षा बैठी हुई समझी जा सकती है:
 
* [[कक्षीय झुकाव]] (''i'', orbital inclination) - यह [[सन्दर्भ समतल]] और कक्षीय समतल के बीच का [[कोण]] (ऐंगल) होता है
* [[आरोही ताख का अक्षांश]] (☊, longitude of the ascending node) - यह सन्दर्भ समतल में सन्दर्भ दिशा से [[आरोही ताख]] के बीच बना कोण (ऐंगल) होता है। "आरोही ताख" (ascending node) वह बिन्दु है जहाँ वस्तु की कक्षा सन्दर्भ समतल को भेदकर निकलती है।