"अष्टाध्यायी": अवतरणों में अंतर

छो Mayur bhalala (Talk) के संपादनों को हटाकर अनुनाद सिंह के आखिरी अवतर...
छो बॉट: वर्तनी एकरूपता।
पंक्ति 62:
 
; पाणिनीय व्याकरण के अध्ययन के लिये आवश्यक बातें
: ''प्रत्याहार, इत्संज्ञक, अधिकार, अनुवृत्ति, अपकर्ष, सन्धिविषयक शब्द (एकादेश, पररूप, पूर्वरूप, प्रकृतिभाव आदि), कुछ ज्ञातव्य संज्ञाएँ - (अङग, प्रतिपदिक, पद, भ संज्ञा, विभाषा, उपधा, टी, संयोग, संप्रसारण, गुण, वृद्धि, लोप, आदेश, आगम) , शब्द-सिद्धि में सहायक कुछ अन्य उपायउपाय।
 
== पाणिनीय व्याकरण की प्रमुख विशेषताएँ ==