"खो-खो": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: वर्तनी एकरूपता।
Reverted to revision 3228427 by Jayprakash12345 (talk): बर्बरता. (TW)
पंक्ति 1:
kho kho[[चित्र:Kho-kho kaa khel.gif|thumb|300x300px|खो-खो खेल]]
'''खो-खो''' एक भारतीय मैदानी खेल है। इस खेल में मैदान के दोनो ओर दो खम्भों के अतिरिक्त किसी अन्य साधन की जरूरत नहीं पड़ती। यह एक अनूठा स्वदेशी खेल है, जो युवाओं में ओज और स्वस्थ संघर्षशील जोश भरने वाला है। यह खेल पीछा करने वाले और प्रतिरक्षक, दोनों में अत्यधिक तंदुरुस्ती, कौशल, गति, ऊर्जा और प्रत्युत्पन्नमति की माँग करता है। खो-खो किसी भी तरह की सतह पर खेला जा सकता है।
 
== परिचय ==
== खो-खो मैदानी खेलों के सबसे प्राचीनतम रुपों में से एक है जिसका उद्भव प्रागैतिहासिक भारत में माना जा सकता है। मुख्य रूपरुप से आत्मरक्षा, आक्रमण व प्रत्याक्रमण के कौशल को विकसित करने के लिए इसकी खोज हुई थी। ==
 
== खो-खो मैदानी खेलों के सबसे प्राचीनतम रुपों में से एक है जिसका उद्भव प्रागैतिहासिक भारत में माना जा सकता है। मुख्य रूप से आत्मरक्षा, आक्रमण व प्रत्याक्रमण के कौशल को विकसित करने के लिए इसकी खोज हुई थी। ==
खो-खाे का जन्मस्थान [[बड़ौदा]] कहा जाता है। यह [[गुजरात]], [[महाराष्ट्र]], [[मध्य प्रदेश]] आदि प्रदेशों में अधिक खेला जाता है, किंतु भारत के अन्य प्रदेशों में भी इसका प्रचार अब बढ़ रहा है। यह खेल सरल है और इसमें कोई खतरा नहीं है। पुरुष और महिलाएँ दोनों समान रूप से इस खेल को खेल सकते हैं।
 
पंक्ति 14:
 
== खेल का मैदान ==
खो-खो का क्रीड़ा क्षेत्र आयताकार होता है। यह 2729 X 16 मीटर होता है। मैदान के अंत में दो आयताकार होते हैं। आयताकार की भुजा 16 मीटर और दूसरी भुजा 12.5075 मी॰ होती है। इन दोनों आयताकारों के मध्य में दो लकड़ी के स्तम्भ होते हैं। केन्द्रीय गली 2423.50 मी॰ लम्बी और 30 सैंटीमीटर चौड़ी होती है।
 
== शब्दावली ==
पंक्ति 65:
* लीग प्रणाली में विजेता टीम को 2 अंक प्राप्त होगें। पराजित टीम को शून्य अंक तथा बराबर रहने की दशा में प्रत्येक टीम को एक एक अंक दिया जाएगा। यदि लीग प्रणाली में लीग अंक बराबर हो तो टीम अथवा टीमें पर्चियों द्वारा पुन: मैच खेलेंगी। ऐसे मैच नॉक-आऊट प्रणाली के आधार पर खेलें जाएंगे।
* यदि किसी कारणवश मैच पूरा नहीं होता है तो यह किसी अन्य समय खेला जाएगा और पिछले अंक नहीं गिने जाएंगे। मैच शुरू से ही खेला जाएगा।
* यदि किसी एक टीम के अंक दूसरी टीम से 12 या उससे अधिक हो जाएं तो पहली टीम दूसरी टीम को धावक के रूपरुप में पीछा करने को कह सकती है। यदि दूसरी टीम इस बार अधिक अंक प्राप्त कर ले तो भी उसका धावक बनने का अधिकार बना रहता है।
 
== मैच के लिए अधिकारी ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/खो-खो" से प्राप्त