[[पीडमाँट]] का शासक [[विक्टर इमानुएल द्वितीय|विक्टर इमेनुएल]] अन्य यूरोपीय शासकों से भिन्न था। वह राष्ट्रीयता और लोकतंत्रवाद का समर्थक था। वह एक सच्चा देशभक्त, वीर और धैर्यवान व्यक्ति था। उसने इटली के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। यह उदारवादी था। उसके इन विचारों से प्रभावित होकर देश की जनता ने उसे एक ईमानदार राजा की उपाधि दी। यह जनता के बीच काफी लोकप्रिय हो गया। [[केमिल बेंसो कावूर|कावूर]] उनका योग्य प्रधानमंत्री था। राष्ट्रीय मामलों में दोनों के बीच उचित तालमेल बना रहा और दोनों के वांछित सहयोग से राष्ट्रीय-एकीकरण का कार्य गति प्राप्त करता रहा। अतः यह कहना अतिशयोक्तिपूर्ण न होगा कि यदि विक्टर इमेनुएल न होता तो इटली के एकीकरण का कार्य अगर असंभव नहीं तो कठिन जरूर हो जाता।
==कैबूर का योगदान==
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*(३) नीस और सेवाय के प्रदेश फ्रांस को दे दिए गए।
इस संधि से इटली संतुष्ट नहीं हुआ, क्योंकिवेनेशिया का आस्ट्रिया के अधीन रहना उसे खल रहा था, फिर भी लोम्बार्डी की प्राप्ति एकीकरण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि थी, हालांकि मध्य और दक्षिण में एकीकरण का कार्य अभीशेष था।