"संचय (गणित)": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
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[[गणित]] में किसी समुच्चय (समूह) से कुछ वस्तुओं का चयन करने के तरीकों का अध्ययन एवं उनकी की संख्या '''संचय''' या कंबिनेशन कहलाती है। संचय में चयन की गयी वस्तुओं के क्रम का महत्व नहीं होता अथवा चयनित वस्तुओं के क्रमपरिवर्तन से बनी नयी 'चीज' कार्यात्मक रूप से बिल्कुल वही होती है जो क्रमपरिवर्तन के पहले थी। दूसरे शब्दों में, यदि कुछ वस्तुएं दी गई हैं तो उन वस्तुओ में से कुछ या सभी वस्तुओ को एक साथ लेकर बनाए जाने वाले विभिन्न समूहों को संचय कहते हैं।
छोटी संख्याओं से संबन्धित संचयों की संख्या की गिनती करना संभव है। उदाहरण के लिये तीन फल - आम, पपीता और केला दिये हो तो इनसे कोई दो फल चुनने के तीन तरीके हैं (आम और पपीता ; पपीता और केला ; आम और केला) किन्तु बड़ी संख्याओं के होने की स्थिति
*(1) यदि किसी समुच्चय मे n अवयव हों तो उनमें से k-वस्तुओं के संचय बनाने की कुल विधियों की संख्या निम्नलिखित होगी-
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