"मैथिली भाषा": अवतरणों में अंतर

[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1:
{{अत्यधिक विवरण|date=जुलाई 2015}}
{{Infobox language
|name =मैथिली
Line 27 ⟶ 26:
|glottorefname=Maithili
}}
'''मैथिली''' [[भारत]] के उत्तरी [[बिहार]] और [[नेपाल]] के [[तराई]] क्षेत्र में बोली जाने वाली [[भाषा]] है। यह ''[[हिन्द आर्य]]'' परिवार की सदस्य है। इसका प्रमुख स्रोत [[संस्कृत]] भाषा है जिसके शब्द "[[तत्सम]]" वा "[[तद्भव]]" रूप में मैथिली में प्रयुक्त होते हैं साथ ही मौलिक "[[देशज]]" व अन्य भाषाओं से आए कतिपय "[[विदेशज]]" शब्द भी शब्दावली को समृद्ध करते हैं। <ref name=e16>Lewis, M. P. (ed.) (2009). [http://archive.ethnologue.com/16/show_language.asp?code=mai Maithili] Ethnologue: Languages of the World. Sixteenth edition. Dallas, Texas: SIL International.</ref>
 
मैथिली मुख्यया उत्तर-पूर्व बिहार की भाषा है। भारत के सात जिलों में ([[दरभंगा]], [[मुजफ्फरपुर]], [[मुंगेर]], [[भागलपुर]], [[सहरसा]], [[पूर्णिया]] और [[पटना]]) और नेपाल के पाँच जिलों में ([[रोहतास]], [[सरलाही]], [[सप्तरी]], [[मोहतरी]] और [[मोरंग]]) यह बोली जाती है। <ref>Lewis, M. P. (ed.) (2009). Maithili Ethnologue: Languages of the World. Sixteenth edition. Dallas, Texas: SIL International.</ref>
 
[[बँगला]], [[असमिया]] और [[ओड़िया]] के साथ साथ इसकी उत्पत्ति [[मागधी प्राकृत]] से हुई है। कुछ अंशों में ये [[बंगला]] और कुछ अंशों में [[हिंदी]] से मिलती जुलती है।
 
वर्ष २००३ में मैथिली भाषा को [[भारतीय संविधान]] की ८वीं अनुसूची में सम्मिलित किया गया। सन २००७ में [[नेपाल]] के अन्तरिम संविधान में इसे एक क्षेत्रीय भाषा के रूप में स्थान दिया गया है।<ref>[Government of Nepal (2007). [http://www.worldstatesmen.org/Nepal_Interim_Constitution2007.pdf Interim Constitution of Nepal 2007]</ref>
 
== लिपि ==
पहले इसे [[मिथिलाक्षर]] तथा [[कैथी लिपि]]<ref>[https://books.google.co.uk/books?id=SylBHS8IJAUC&pg=PA67&dq=maithili+language+kaithi+script&hl=en&sa=X&ved=0ahUKEwjU956xuoPTAhXJCsAKHa19AIoQ6AEIGjAA#v=onepage&q=maithili%20language%20kaithi%20script&f=false "Language, Religion and Politics in North India"]. p. 67. Retrieved 1 April 2017.</ref> में लिखा जाता था जो [[बांग्ला]] और [[असमिया]] लिपियों से मिलती थी पर कालान्तर में [[देवनागरी]] का प्रयोग होने लगा।<ref>Yadava, Y. P. (2013). Linguistic context and language endangerment in Nepal। [http://himalaya.socanth.cam.ac.uk/collections/journals/nepling/pdf/Nep_Ling_28.pdf Nepalese Linguistics 28] : 262–274.</ref> मिथिलाक्षर को [[तिरहुता]] या [[वैदेही लिपी]] के नाम से भी जाना जाता है। यह असमिया, बाङ्गला व [[उड़िया]] लिपियों की जननी है। उड़िया लिपी बाद में [[द्रविड़]] भाषाओं के सम्पर्क के कारण परिवर्तित हुई।
 
== विकास ==